पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के नेता अनुब्रत मंडल (Anubrata Mondal) को गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मवेशी तस्करी मामले के मनी-लॉन्ड्रिंग (money-laundering) पहलू की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सीबीआई ने उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पूर्व घोटाले के सिलसिले में उनकी बेटी सुकन्या मंडल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ किया था।
ईडी ने उनसे आसनसोल सुधार गृह (Asansol correctional Home) में पांच घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की, जहां उन्हें रखा गया है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मंडल से सुधार गृह में पूछताछ के लिये इजाजत मांगी थी। उनसे पूछताछ करने दिल्ली से पहुंचे जांचकर्ताओं में वे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में उनकी बेटी सुकन्या मंडल (Sukanya Mondal) से पूछताछ की थी। सूत्रों ने कहा कि मंडल को कथित तौर पर ईडी की जांच में सहयोग नहीं करने और सवालों से बचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले, बेटी सुकन्या ने ईडी के अधिकारियों को बताया था कि उनके सभी वित्तीय खातों को उनके पिता द्वारा नियंत्रित किया जाता था और उन्हें खातों के माध्यम से किए गए लेन-देन के बारे में पता था।
टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने अगस्त में पशु तस्करी में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था और मामले में एजेंसी द्वारा दायर आरोपपत्र में भी उनका नाम था। सीबीआई ने मंडल के पूर्व अंगरक्षक सहगल हुसैन को भी गिरफ्तार किया था और अपने आरोप पत्र में उसे मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया था। इसके बाद ईडी ने हुसैन को अपनी हिरासत में ले लिया था।
टीएमसी ने कहा, यह राजनीतिक प्रतिशोध है
ईडी द्वारा मंडल की गिरफ्तारी के बाद, सत्तारूढ़ टीएमसी ने फिर से राजनीतिक बदले की भावना का शिकार बनाने जाने की आशंका जताई। टीएमसी सांसद शांतनु सेन, जिन्हें उम्मीद थी कि जांच समय पर पूरी होगी, ने कहा, “यह जांच का हिस्सा है, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। हालांकि, ईडी के कोलकाता में कार्यालय होने के बावजूद, हमने देखा कि उन्होंने एक नया सेल बनाने के लिए और अधिक अधिकारियों को लाया। हमने अतीत में देखा है कि उन्होंने अभिषेक बनर्जी, उनकी पत्नी रुजिरा और भाभी मेनका को दिल्ली बुलाया। उन्होंने टीएमसी के कई नेताओं को दिल्ली बुलाया है। हमने यह खूब देखा है। इसमें नया क्या है? वे सभी एक राजनीतिक प्रतिशोध के शिकार हैं।”