पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों में जुटे पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। केंद्र सरकार की तरफ से कृषि बिल को वापस लेने के बाद इस मुलाकात को सियासी गलियारों में अगामी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

हालांकि इस मुलाकात के बाद पूर्व कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसे सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट बताया है। अमरिंदर सिंह ने मनोहर लाल खट्टर के आधिकारिक आवास पर ये मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब तीन कृषि कानूनों को वापस लेने वाला एक विधेयक को आज संसद के दोनों सदनों ने पारित कर दिया गया है।

इस मुलाकात के बाद कैप्टन ने मीडिया से बात करते हुए कहा- “यह खट्टर साहब के साथ शिष्टाचार वश हुई एक मुलाकात थी। खट्टर साहब से 2-3 बार हमारी फोन पर बात हुई थी। तो मैंने उनको बोला था, जिस दिन फ्री रहोगे, आके आपसे मिलूंगा। यह पूरी तरह से शिष्टाचार भेंट थी”।

अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा से साथ जाने की खबरों पर उन्होंने कहा कि जब वो दिल्ली जाएंगे, तो गठबंधन के बारे में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से जरूर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में वो अपने सहयोगियों के साथ पंजाब में सरकार बनाएंगे।

कृषि कानूनों को वापस लेने और किसान आंदोलन पर कैप्टन ने कहा कि केंद्र सरकार भी किसानों के छह-सात मुद्दों पर सहमत हो गई है, अब कुछ नहीं बचा। उन्होंने कहा, “मैं कुछ लोगों के संपर्क में हूं, मुझे लगता है कि फैसला आज या चार दिसंबर को लिया जाएगा।”

बता दें कि सिद्धू के साथ विवाद होने और उनके पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कैप्टन ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद कैप्टन कांग्रेस की लगातार आलोचना कर रहे हैं। इसके साथ ही वो अपनी खुद की पार्टी भी बना चुके हैं। इसीलिए कैप्टन 2022 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ सीटों के बंटवारे की संभावनाओं को तलाश रहे हैं।