भाजपा को असम में रविवार (12-06-2022) को बड़ी कामयाबी मिली। पार्टी ने कार्बी आंगलोंग ऑटोनॉमस काउंसिल (केएएसी) की 26 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह लगातार दूसरी बार है जब पार्टी ने केएएसी के चुनावों में सभी पार्टियों को पछाड़ते हुए एकतरफा जीत हासिल की है। 2017 के चुनावों में भाजपा को केएएसी चुनावों में 24 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को सभी सीटों पर हार मिली है।
असम राज्य चुनाव आयोग (एएसईसी) की ओर से रविवार आधी रात को चुनाव परिणाम जारी किए गए। नतीजों के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इसे अभूतपूर्व जीत बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “लगातार दूसरी बार केएएसी चुनावों में भाजपा असम को ऐतिहासिक जनादेश देने के लिए हम कार्बी आंगलोंग के लोगों के नमन करते हैं। शहरी निकाय और जीएमसी चुनावों में जीत के बाद, यह बड़ी जीत आदरणीय पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी के सबका साथ सबका विश्वास के विजन में जनता के विश्वास की सच्चा प्रमाण है।”
सरमा के इस ट्वीट को टैग करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कार्बी आंगलोंग में ऐतिहासिक विजय! मैं लोगों को भाजपा में उनके निरंतर विश्वास के लिए धन्यवाद देता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि हम असम की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रयास सराहनीय है। उन्हें प्रणाम।
केएएसी, असम की सबसे पुरानी आदिवासी परिषदों में से एक है। इसका 1952 में इसका गठन किया गया था और मुख्यालय दीफू में है। इसके अधिकार क्षेत्र में दो जिले हैं। कार्बी आंगलोंग और पश्चिम कार्बी आंगलोंग, चार विधानसभा सीटों और एक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र (दिफू) को कवर करते हैं।
कांग्रेस ने 2001 से 2015 तक केएएसी पर एक शासन किया, लेकिन 2016 में असम में भाजपा की पहली सरकार बनने के बाद मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग सहित परिषद के अधिकांश कार्यकारी सदस्य (ईएम) सत्तारूढ़ दल में शामिल हो गए। .
पिछले हफ्ते हुए इस चुनाव में कांग्रेस से लेकर हाल ही बनी ऑल पार्टी हिल्स लीडर्स कॉन्फ्रेंस (APHLC) और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने भी हिस्सा लिया था।