उत्तर प्रदेश के वाराणसी का ज्ञानवापी मामला एक साथ कई अदालतों में लड़ा जा रहा है। सिविल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हो चुकी है, लेकिन अब यह मामला वाराणसी कोर्ट और फास्ट ट्रैक कोर्ट में है, लेकिन हिंदू और मुस्लिम पक्ष का अपना-अपना दावा है।
इसी ज्ञानवापी मुद्दे को लेकर चल रही एक डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया और सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया भिड़ गये। अनुराग भदौरिया ने बीजेपी प्रवक्ता से सवाल दागा कि नमामि शमीशान सुना दीजिए, मंदिर का मतलब क्या है? और उपनिषद कितने हैं। इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने जवाब दिया कि जोकरों को मत बुलाया करिए।
दरअसल, इन सभी दलों के नेताओं पर हमले करते हुए गौरव भाटिया बोले कि एक-एक मंदिर जहां आक्रांता और जोर-जबर्दस्ती हुई, कानून के रास्ते वापस लेंगे, क्योंकि यह हक संविधान देता है। दूसरी बात उन्होंने कही कि न्यायालय जो फैसला करेगा वो सिर आंखों पर है। उसे चुनौती नहीं दी जाएगी।
जवाब में सपा अनुराग भदौरिया ने कहा कि भोलेनाथ की बात करना और उनमें आस्था रखने में फर्क है। इसके बाद भदौरिया ने भगवान शिव का श्लोक पढ़ना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने सवाल किया कि रामचरितमानस में राम का नाम कितनी बार आया है ये बता दें। उसमें कितने दोहे हैं ये बता दें जरा। चौपाइयां कितनी हैं उसमें, उपनिषद का मतलब क्या है, ये भी इन्हें नहीं पता होगा। इन्हें ये भी नहीं पता होगा कि मंदिर शब्द का मतलब क्या होता है। उन्होंने गौरव भाटिया को चुनौती दी कि जो श्लोक उन्होंने सुनाया है, वही बीजेपी प्रवक्ता सुनाकर दिखाएं।
इस पर गौरव भाटिया ने कहा कि एक गंभीर चर्चा के लिए जोकरों को न बुलाया जाए तो अच्छा होगा। बात कानून की हो रही थी ये उसे पता नहीं कहा ले जाना चाहते हैं। इस बीच अनुराग भदौरिया ने गौरव भाटिया को टोकते हुए कहा कि वह बताएं कि उपनिषद कितने होते हैं। फिर दोनों ने एक-दूसरे पर हमले करने शुरू कर दे। भदौरिया ने आरोप लगाया कि इन्हें धर्म का कुछ पता ही नहीं है और धर्म की बात कर रहे हैं। इसके बाद जब गौरव भाटिया ने बोला तो फिर भदौरिया ने जाप शुरू कर दिया। इस पर गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी के बाद दूसरा जोकर आया है पोगो चैनल आओ।
गौरव भाटिया ने कहा कि हताश और निराश कौन सी पार्टी है। यहां सभी युवा बैठे हुए हैं। यही अंदाजा लगा सकते हैं कि कांग्रेस यूपी विधानसभा चुनाव में 399 सीट में पर लड़ी और 387 सीटों पर जमानत जब्त हो गई। उन्होंने कहा कि ये सब भोलेनाथ की ही कृपा है कि आज पूरे देश ज्ञानवापी मंदिर पर चर्चा हो रही है। बीजेपी एक ऐसी पार्टी है कि हिंदू असमिता के लिए खड़ी है और एक तरफ खुद को मुसलमान कहने वाली कांग्रेस है। इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव को मौलाना अखिलेश कहा।