Mahant Yeti Narasimhanand Video Viral : सोशल मीडिया पर यति नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो का जमकर वायरल हो रहा है, इस वीडियो में वह महिलाओं के लिए आपत्तिजनक बातें करते हुए दिखाई दे रहे हैं। बताते चलें कि नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Yeti Narasimhanand) गाजियाबाद के शिव-शक्ति मंदिर के महंत हैं। हालांकि यह वीडियो कब का है इसकी पुष्टि तो नहीं हुई लेकिन बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध के चलते यह वीडियो चर्चा विषय बना हुआ है। वायरल वीडियो के खिलाफ भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी पुलिस से नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Yeti Narasimhanand) को गिरफ्तार करने की मांग की है।
वीडियो में महंत महिलाओं के प्रति अभद्र टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि इतनी महिलाएं आजकल राजनीति में घूम रही हैं, पूरा मजा आ रहा है। उन्होंने कहा कि आजकल सरकारी ठेकों का दाम 10 प्रतिशत हो गया है। नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Yeti Narasimhanand) ने दावा किया कि भाजपा की जितनी महिला नेताएं आपको नजर आ रही हैं, वो एक नेता के पास गईं और दूसरे के पास नहीं गईं तो दूसरा उनका काम नहीं करेगा। इसी तरह उन्हें तीसरे से काम है तो तीसरे के पास भी जाना पड़ेगा।
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने इस वीडियो के दौरान उत्तर प्रदेश में सपा सरकार से लेकर मायावती सरकार तक और मौजूदा भाजपा तक महिलाओं की उपस्थिति पर अपनी थ्योरी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा में महिलाओं को टिकट देने के लिए कोई नेता सिफारिश नहीं कर सकता है, अगर ऐसा कोई करता है तो उसका भी टिकट कट जाता है। साथ ही नरसिंहानंद ने समाजवादी पार्टी की सरकार को डकैतों की सरकार बताते हुए कहा कि यहां औरतें किसी एक की होती थीं, भले ही उस एक के पास कितनी भी औरतें हों। लेकिन जो एक की है, वो एक की है।
कपिल मिश्रा बोले- मंदिर में बैठने योग्य नहीं: नरसिंहानंद सरस्वती (Mahant Yeti Narasimhanand) की टिप्पणी पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि यति नरसिंहानंद सरस्वती की महिलाओं के प्रति सोच किसी भगवाधारी की हो ही नहीं सकती। मिश्रा ने नरसिंहानंद को ‘जिहादी सोच से बीमार कोई कुंठित आदमी’ बताते हुए NCW और यूपी पुलिस से गिरफ़्तारी की मांग की। कपिल मिश्रा ने कहा कि ये व्यक्ति मां जगदम्बा के मंदिर में बैठने योग्य नहीं है।
पहले भी कर चुके हैं विवादित टिप्पणी: यह पहला मामला नहीं है जब यति नरसिंहानंद ने महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की हो। इससे पहले भी लव जिहाद से जुड़े मामलों पर मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं।