दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने शुक्रवार को भाजपा विधायक विजेंदर गुप्ता को सदन से निलंबित कर दिया। गुप्ता पूरे दिन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाए। स्पीकर ने यह कार्यवाही विजेंदर के आम आदमी पार्टी पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद की। आरोप है कि विजेंदर ने उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर आप पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी।
आप विधायकों ने विजेंदर से उनके बयान के लिए माफी मांगने को कहा। हालांकि, रोहिणी से भाजपा विधायक ने अपने बयान से पलटने से इनकार कर दिया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विरोध में हंगामा किया। स्पीकर ने भी विजेंदर गुप्ता से अपने शब्द वापस लेने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया। इसके बाद स्पीकर ने गुप्ता को दिन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया।
इससे पहले दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही 15 मिनट के लिए रोकी भी गई। आम आदमी पार्टी विधायक गुप्ता से माफी की मांग के साथ सदन के वेल तक घुस गए थे। जब कार्यवाही शुरू हुई तो आप विधायक दिलीप पांडे ने भी विजेंदर गुप्ता से माफी मांगने के लिए कहा।
एनपीआर-एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पास हुएः दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को ही नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ प्रस्ताव पास हो गया। सरकार में मंत्री गोपाल राय ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि एनपीआर से देश में ज्यादातर लोग परेशान होंगे। राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह चाहे जो भी आश्वासन दें, लेकिन वे एनपीआर के 2003 के नियमों के तहत बाद में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) लाकर रहेंगे।
इसके बाद आप विधायकों के बहुमत वाले सदन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एनपीआर और एनआरसी के तहत जनता से अपनी नागरिकता साबित करने को कहा जाएगा। 90% लोगों के पास ये साबित करने के लिए कोई सरकारी जन्म प्रमाण पत्र नहीं है। क्या सबको डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा? उन्होंने कहा कि मेरे परिवार और पूरे कैबिनेट के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं हैं। यहां विधानसभा में 70 विधायक हैं। लेकिन सिर्फ 9 विधायकों ने कहा की उनके पास जन्म प्रमाण पत्र है। सभी को डिटेंशन सेंटर भेज दिया जाएगा। ये डर सबको सता रहा है। केंद्र से मेरी अपील है की एनपीआर और एनआरसी को रोक दिया जाए।