जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने सोमवार को बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। नीतीश लगातार चौथी बार राज्य के सीएम बने। भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके अलावा भाजपा नेत्री रेणु चौधरी ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। मंगलवार यानी आज नीतीश कैबिनेट में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की घोषणा कर दी गई।

कटियार से चुनाव जीते तारकिशोर प्रसाद नीतीश सरकार में संभवतः सबसे ताकतवर मंत्री के रूप में उभरे हैं। उन्हें वो सभी विभाग मिले हैं जो पिछले सरकार में भाजपा के सुशील मोदी के पास थे। इसमें वित्त, वाणिज्य वाणिज्य कर, आईटी और अन्य प्रमुख मंत्रालय शामिल हैं। रेणी देवी को महिला कल्याण विभाग विभाग मिला है। सीएम नीतीश कुमार ने गृह, विजिलेंस, सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखा है।

इसी तरह मंगल पांडेय को स्वास्थ्य मंत्रालय और सड़क एंव परिवहन मंत्रालय, अशोक चौधरी को भवन निर्माण एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय, मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्रालय, विजय कुमार चौधरी को ग्रामीण विकास एंव ग्रामीण कार्य, संतोष मांझी को लघु सिंचाई विभाग और शीला कुमारी को परिवहन विभाग मिला है।

बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल की पहली बैठक मंगलवार को हुई जिसमें नवगठित 17वीं विधानसभा का प्रथम सत्र तथा विधान परिषद का 196वां सत्र 23 नवंबर से बुलाने का निर्णय किया गया। सूत्रों ने बताया कि बैठक में नवगठित 17वीं बिहार विधानसभा के प्रथम सत्र और बिहार विधान परिषद के 196वां सत्र के प्रारंभ में दोनों सदनों के साथ समवेत अधिवेशन में राज्यपाल के अभिभाषण के प्रारूप को अनुमोदित करने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत करने को भी मंजूरी दी गई।

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वहीं, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सरकार में मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि कैबिनेट ने पांच दिनों का विधानसभा सत्र बुलाने को मंजूरी दे दी है जो 23 नवंबर से शुरू होगी। विधानसभा सत्र के दौरान नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी और नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होगा। (इनपुट सहित)