बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में उस समय घमासान मचता दिखा जब राज्य की राजनीति में बड़ा खेला होने का दावा करने वाले लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया। लेकिन अब खबर है कि लालू परिवार फिर से पटरी पर लौट रहा है। तेज प्रताप को मां राबड़ी ने समझाया और छोटे भाई तेजस्वी ने आदर दिया तो वो मान गए हैं। फिलहाल लालू परिवार एक होता दिख रहा है।

राजनीतिक हलकों में ये बात जोरों से चल रही थी कि तेज प्रताप अगर अलग रास्ता अख्तियार करते हैं तो यह लालू कुनबे में बड़ी टूट कही जाएगी। विरोधी के हमलावर होने के साथ-साथ कहा यह भी जाएगा कि वो अपने परिवार को नहीं बचा सके। जाहिर है कि राजनीति के महारथी लालू यादव के लिए ये बात शर्मसार करने वाली होती। तेजस्वी के लिए भी ये बड़ा झटका होता, क्योंकि वो तेजी से अपने पैर बिहार में पसार रहे हैं। लेकिन बड़े भाई का एक कदम सब कुछ तबाह कर देता।

सूत्रों की मानें तो तेज प्रताप के तेवर तब तल्ख हुए जब उनके ऊपर युवा राजद के पटना महानगर अध्यक्ष रामराज यादव ने नंगा करके पीटने और गालियां देने का आरोप लगाया। इससे पहले भी 22 अप्रैल की रात इफ्तार पार्टी के दौरान एक एमएलसी प्रत्याशी चाटा मारने की चर्चा राजधानी के सियासी गलियारों में चल रही थी। मामला तूल पकड़ता देख तेज प्रताप ने भी ऐलान कर दिया कि वो पार्टी छोड़ने जा रहे हैं।

लेकिन मंगलवार को लालू परिवार फिर से एक होता दिखा। खबरों की मानें तो तेज प्रताप मां के पास पहुंचे। तेज प्रताप ने राबड़ी के पैर छुए। मां ने भी गले लगाकर उनको आशीर्वाद दिया। उनको अपने हाथों से खाना खिलाया। इस दौरान घंटों बात हुई। बताया जाता है कि तेज प्रताप के मां के पास होने का पता लगते ही तेजस्वी भी वहां आए। दोनों के बीच बातचीत हुई। माना जा रहा है कि जो घमासान लालू परिवार में सतह पर आने लगा था फिलहाल वो थम गया है। तेज प्रताप अब शांत हैं।

खबर ये भी है कि लालू यादव के पटना लौटने तक तेज प्रताप अपनी मां के आवास 10 सर्कुलर रोड पर ही रहेंगे। तेजस्वी अपनी पत्नी के साथ पहले से ही मां के साथ रहते हैं। माना जा रहा है कि लालू यादव के वापस आने पर सारा परिवार एक साथ एक छत के नीचे रहने वाला है।