बिहार से कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमे नालंदा के एक छोटे बच्चे ने सीएम नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर किसी अच्छे स्कूल में एडमिशन करवाने की गुहार लगाई थी। ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद बहुत से प्रभावशाली लोग बच्चे के एडमिशन के लिए आगे आयें और कई नेता भी बच्चे की मदद के लिए आगे आयें।

इसी क्रम में विधायक और लालू यादव के सुपुत्र तेज प्रताप यादव ने भी छोटे बच्चे सोनू से वीडियो कॉल पर बातचीत की और अपने साथ काम करने का ऑफर तक दे डाला। तेजप्रताप यादव ने सोनू से पूछा कि बड़े होकर क्या करना चाहते हो? बच्चे ने जवाब दिया कि आईएएस बनना चाहता हूं। इसके बाद तेज प्रताप ने कहा कि ठीक है, जब बड़े होकर आईएएस बन जाना और हमारी सरकार बनने पर मेरे अंडर काम करना। इसके बाद सोनू ने दिलचस्प जवाब देते हुए कहा कि सर मैं किसी के अंडर काम नहीं करता।

वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सोनू के घर जाकर उससे मुलाकात की और सोनू ने उनसे कहा कि अगर मेरा एडमिशन किसी अच्छे स्कूल में हो जाता है, तो मैं आईएएस बनना चाहूंगा। सुशील मोदी ने सोनू को आश्वाशन दिया कि वो सोनू का एडमिशन नवोदय में करवाएंगे। सुशील मोदी ने अंगवस्त्र देकर सोनू को सम्मानित किया और उसे मिठाई भी खिलाई।

बता दें कि 14 मई को सीएम नीतीश कुमार नालंदा दौरे पर थे और इस दौरान सोनू ने नीतीश कुमार के सामने उनसे कहा था कि सर मुझे पढ़ने के लिए हिम्मत (शिक्षा प्राप्त करने में मदद) दीजिए। मेरे अभिभावक (पिता) मुझे पढ़ाना नहीं चाहते हैं। सोनू के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने अपने साथ आए अधिकारियों को बच्चे की शिकायत को सुनने का निर्देश दिया। प्रभारी जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बच्चे की फरियाद को ध्यान से सुना।

सीएम नीतीश से अपनी बात कहने के बाद सोनू ने शराबबंदी की पोल खोलते हुए मीडिया को बताया था, “मेरे पिता जीविका के लिए दुग्ध उत्पाद बेचते हैं लेकिन वह मेरी शिक्षा की परवाह नहीं करते। मेरे पिता जो कुछ भी कमाते हैं, वह शराब पर खर्च कर देते हैं। मैं अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए छोटे बच्चों को ट्यूशन देता हूं।”