बिहार में सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के सामने झुकते दिखे हैं। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को विधानसभा के अंदर संविधान का पाठ पढ़ाने वाले नीतीश ने अब उनकी बात मान ली है।

दरअसल विजय कुमार सिन्हा भाजपा के लखीसराय से विधायक हैं। अपने क्षेत्र में वो एक मामले को लेकर डीएसपी को बदलने की मांग कर रहे थे, इसी को लेकर सदन में सीएम नीतीश उनपर भड़क गए थे और संविधान का पाठ पढ़ा दिया था। इसके बाद स्पीकर भी नाराज हो गए थे। नीतीश के इस व्यवहार के लिए उनकी आलोचना भी हुई थी।

अब नीतीश सरकार ने लखीसराय के डीएसपी को बदल दिया है। रंजन कुमार की जगह सैयद इमरान मसूद को लखीसराय का नया डीएसपी नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति को स्पीकर विजय कुमार सिन्हा की जीत के रूप में देखा जा रहा है।

लखीसराय के डीएसपी रंजन कुमार के साथ-साथ दो एसएचओ को उनके पद से हटा दिया गया है। बीजेपी विधायकों ने इनके खिलाफ प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और स्पीकर के साथ कथित कदाचार के लिए एक विशेषाधिकार नोटिस दिया था।

बता दें कि लखीसराय में सरस्वती पूजा के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। यहां कोविड नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ था। इसका जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो बिहार पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और उन्हें जेल भेज दिया। इस मामले में आयोजकों और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई थी।

इस मामले को लेकर स्पीकर ने डीएसपी रंजन कुमार, बीरूपुर एसएचओ दिलीप कुमार सिंह और एसएचओ बरहैया संजय कुमार सिंह पर आरोप लगैय था कि जब उन्होंने इस मुद्दे को उठाया तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इसी मुद्दे को लेकर नीतीश, स्पीकर पर भड़क गए थे, लेकिन अब उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर दी है।