बिहार में पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है। पहले चरण में रिकॉर्ड 64.66 फ़ीसदी मतदान हुआ है। पहले चरण में 121 सीटों पर वोटिंग हुई। लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। बिहार चुनाव में 2 लाख से अधिक 85 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों ने वोटिंग में हिस्सा लिया। बेगूसराय जिले में सबसे अधिक वोटिंग देखी गई है। बता दें कि बिहार में पहले चरण में हुई वोटिंग ने पिछले 25 साल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।

NDA और महागठबंधन ने किया जीत का दावा

इस बीच पहले चरण की 121 सीटों पर मतदान समाप्त होने के कुछ ही देर बाद एनडीए और महागठबंधन दोनों ही खेमों ने मतदान प्रतिशत पर अपनी-अपनी जीत का दावा किया। कांग्रेस ने कहा कि महागठबंधन बिहार में सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त है। एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “हम स्पष्ट बहुमत के साथ अगली सरकार बना रहे हैं। शायद सिर्फ़ स्पष्ट बहुमत से भी ज़्यादा।”

प्रशांत किशोर का बयान

जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने मतदान प्रतिशत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “पिछले 30 वर्षों में सबसे ज़्यादा मतदान बिहार में एक बदलाव का संकेत देता है। 14 तारीख (मतगणना की तारीख) को एक नई व्यवस्था होगी।”

‘मैं चुनाव जीतूंगा और मेरी पार्टी बिहार में बड़ी ताकत…’, तेज प्रताप यादव का बड़ा बयान

लहर तेज़ है- संजय सरावगी

पीटीआई से बात करते हुए बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री और भाजपा उम्मीदवार संजय सरावगी ने कहा, “लहर तेज़ है, एनडीए के पक्ष में स्पष्ट उछाल है। जनता उत्साहित थी और चुनाव के दिन का बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी। पार्टी कार्यकर्ता और जनता, दोनों ही उत्साह से भरे हुए थे। एनडीए भारी जीत की ओर बढ़ रहा है।”

बिहार विकास चाहता है- जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने एक कदम आगे बढ़कर मतदान प्रतिशत के लिए बिहार सरकार की महिला रोज़गार योजना को श्रेय दिया। पीटीआई को दिए एक बयान में उन्होंने कहा, “पहले चरण के मतदान के बाद, विपक्ष ने वोट चोरी का आरोप लगाया। 60 प्रतिशत मतदान प्रतिशत क्या दर्शाता है? मतदान प्रतिशत बढ़ा है। इसके साथ ही, महिला रोज़गार योजना के माध्यम से एक नए सामाजिक आधार ने एनडीए का समर्थन किया, अति पिछड़े और दलित लाभार्थियों ने बड़ी संख्या में मतदान किया। निश्चित रूप से, बिहार विकास चाहता है, (उन्हें) नेतृत्व पर भरोसा है, लोग अभी भी नीतीश कुमार पर भरोसा करते हैं। मेरी जानकारी के अनुसार, तेजस्वी यादव के लिए राघोपुर से जीतना बहुत मुश्किल होगा। सबसे महत्वपूर्ण है सामाजिक आधार का विस्तार। मतदान केंद्रों पर अद्भुत दृश्य थे।”

16 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

बिहार में पहले चरण की सभी 121 सीटों पर 1314 उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें से नीतीश सरकार के 16 मंत्रियों के भी प्रतिष्ठा दांव पर थी। आज वोटिंग के बाद सभी की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के काफिले पर हमला

बिहार के लखीसराय में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के काफिले पर पथराव की भी घटना सामने आई है। वहीं उनकी आरजेडी एमएलसी अजय सिंह से भिड़ंत भी हो गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। विजय सिन्हा का कहना है कि वह गांव में जा रहे थे और राजद के समर्थकों ने उनके ऊपर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि मामले को लेकर जिले के एसपी का कहना है कि सड़क टूटी हुई थी और लोग उसका विरोध कर रहे थे।

कहीं भी नहीं हुई गोलीबारी की घटना

बिहार में सभी सीटों के सभी बूथों पर मतदान की लाइव वेबकास्टिंग हुई। वहीं चार लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी बूथों पर तैनात भी थे। बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एक महीने के भीतर हमने 850 अवैध हथियार बरामद किए और लगभग 4000 कारतूस बरामद किए गए। पूरी प्रक्रिया के दौरान कहीं से भी गोलीबारी की खबर नहीं आई।