Bihar Politics: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने रविवार (29 जनवरी, 2023) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को एक बोझ करार दिया।

जदयू (JDU) के साथ गठबंधन को लेकर भाजपा नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ भविष्य में किसी भी हाल में गठबंधन नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अब एक बोझ हो गए हैं। उनकी वोट दिलाने की क्षमता खत्म हो गई है। नरेंद्र मोदी ने प्रचार किया तब उनकी पार्टी को 44 सीटें मिलीं, नहीं तो वो 15 सीट जीतते। हम खुश हैं वो चले गए।

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सभी वरिष्ठ नेताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में नीतीश कुमार या जदयू के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने न सिर्फ बीजेपी को धोखा दिया, बल्कि जनता और पीएम मोदी के जनादेश के साथ भी विश्वासघात किया।

नीतीश कुमार अब वोट नहीं दिला सकते: सुशील मोदी

सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि नीतीश कुमार अब शक्तिहीन हैं। वह अब वोट नहीं दिला सकते। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि उन्होंने गठबंधन छोड़ दिया है, और अब हम 2025 में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ लड़ेंगे और सत्ता में आएंगे। पिछले साल अगस्त में नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ अपना गठबंधन समाप्त कर लिया था। नीतीश कुमार ने अपने पूर्व गठबंधन सहयोगी भाजपा को छोड़ने के बाद ‘महागठबंधन’ के तहत राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ हाथ मिलाया था और बिहार राज्य के 8वीं बार मुख्यमंत्री बने थे।

2022 में जदयू ने पहले ही बीजेपी को रिजेक्ट कर दिया था: केसी त्यागी

सुशील मोदी के इस बयान के बाद जेडीयू की ओर से भी पलटवार किया गया है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि 2020 में बीजेपी ने हमें नहीं छोड़ा था, बल्कि हमने बीजेपी को रिजेक्ट किया है। केसी त्यागी ने यह भी कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री रहने तक जेडीयू हर तरह से बीजेपी के साथ रही। उसके बाद बीजेपी के साथ गठबंधन जरूर रहा, लेकिन विचार कभी नहीं मिले।

त्यागी ने कहा कि बीजेपी के जिस एजेंडे को हम लोग नहीं चाहते थे, 2014 के बाद उन्हीं एजेंडा पर बीजेपी काम करने लगी। लिहाजा 2022 में जनता दल यूनाइटेड ने बीजेपी को रिजेक्ट कर दिया और यह ऐलान कर दिया था कि भविष्य में अब कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।