बिहार में अब NDA की सरकार बन चुकी है। इस सरकार में जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा भी शामिल है। जीतनराम मांझी के पास चार विधायक हैं लेकिन गठबंधन में उनकी सबसे अधिक अहमियत है। जब महागठबंधन टूटने की खबर को बल मिला तब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीतनराम मांझी से बात की और उन्हें इंडिया गठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया।
क्या लालू यादव ने दिया सीएम पद का ऑफर?
इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी जीतनराम मांझी से बात कर उन्हें मुख्यमंत्री पद का भी ऑफर दिया। हालांकि मांझी ने साफ कहा कि वह पीएम मोदी के साथ हैं और उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। नई सरकार बनने के बाद जीतनराम मांझी बिहार में मीडिया ग्रुप दैनिक भास्कर से बात कर रहे थे लेकिन सवालों पर वह भी बिफर गए और अपशब्दों का प्रयोग भी किया।
पत्रकार पर भड़के
दरअसल पत्रकार ने सवाल पूछा कि गठबंधन से आपको सीएम पद का ऑफर किया गया है? इस पर मांझी ने कहा, “सब मीडिया का करा धरा है, मुख्यमंत्री भी बना दिया जाता है , हटा दिया भी जाता है। यह सब फालतू बात है। मीडिया वाले केवल अपनी टीआरपी बढ़ाना चाहते हैं।”
इसके बाद उनसे पूछा गया कि आपको महागठबंधन ने सीएम पद का ऑफर किया था? इस सवाल पर मांझी ने कहा, “कहां से यह ऑफर आया और जिसने छापा है अगर वह प्रूफ ना दे तो उसे पीटना चाहिए। हम लोग जहां रहते हैं, वहां चट्टान की तरह रहते हैं।” जीतनराम मांझी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हमें एनडीए का पार्ट बना दिया और उन्होंने हमें हमेशा तरजीह दी है।
जीतनराम मांझी ने अपशब्दों का किया प्रयोग
इसके बाद कई बार गठबंधन बदलने को लेकर जीतनराम मांझी से सवाल पूछा गया। इस सवाल पर जीतनराम मांझी भड़क गए। उन्होंने कहा, “हमने कभी पार्टी नहीं बदली, हमने कभी पलटी नहीं मारी। हम एनडीए के साथ थे, हैं और आगे भी रहेंगे। हम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ पूरी ईमानदारी से हैं।” इसके बाद जीतनराम मांझी ने अपशब्दों का प्रयोग किया और कहा कि जो अफवाह फैलाते हैं, उन्हें जूते से मारना चाहिए। इसके बाद मांझी ने इंटरव्यू बीच में ही छोड़ दिया।