बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंदन दौरे पर हैं। हालांकि बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अभी तक नीतीश कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है और मंत्रियों के ऊपर काम का भारी बोझ है। अभी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में आठ मंत्री हैं लेकिन आचार संहिता लागू होने से पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार नीतीश कुमार कर सकते हैं।

सोमवार शाम पटना लौटेंगे नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार शाम पटना लौटेंगे। वर्तमान में नीतीश कैबिनेट में तीन जेडीयू, तीन बीजेपी के मंत्री हैं। जबकि हम के एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री हैं। प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के पास 9-9 विभाग हैं।

बीजेपी के सम्राट चौधरी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। ऐसे में उनके ऊपर काम का भारी बोझ है। लोकसभा चुनाव सिर पर है, ऐसे में उनको संगठन के काम में अधिक समय देना पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बड़े नेताओं के दौरे भी बिहार में हो रहे हैं।

जल्द ही बिहार में आचार संहिता भी लगने वाली है। ऐसे में मंत्रिमंडल का विस्तार आचार संहिता से पहले ही करना पड़ेगा। चुनाव की घोषणा होने में कम समय बाकी है। इंडिया गठबंधन को जल्द ही मंत्रिमंडल के चेहरों का चुनाव करना पड़ेगा और सटीक समीकरण भी बिठाना पड़ेगा, ताकि लोकसभा चुनाव में गठबंधन को फायदा मिले।

नए चेहरों को मंत्री बना सकती बीजेपी

कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा अपने कोटे से नए और युवा चेहरों को मंत्री बना सकती है। साथ ही जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के बाद पार्टी जातीय समीकरण को भी मंत्रिमंडल में साधने की कोशिश करेगी।

चिराग पासवान खुश नहीं

रविवार को बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान की रैली हुई। रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। चिराग पासवान ने बीजेपी पर निशाना तो नहीं साधा लेकिन बिहार सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमकर कोसा। ऐसे में एनडीए गठबंधन की एकजुटता पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि चिराग पासवान बीजेपी का जेडीयू के साथ फिर से गठबंधन को लेकर खुश नहीं हैं।