केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) ने सांसद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को जेड कैटेगरी (Z category) की सुरक्षा प्रदान की है। चिराग पासवान को जेड श्रेणी की सुरक्षा बिहार में दी जाएगी। बिहार में चिराग पासवान लगातार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) को घेर रहे हैं और उनके कार्यकर्ताओं की मांग थी कि चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाई जाए।
थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर फैसला
दरअसल किसी वीआईपी व्यक्ति (VIP Person) की सुरक्षा का आकलन आईबी (IB) करती है और इसी आधार पर थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट (Threat Perception Report) तैयार होती है। इसी क्रम में खुफिया एजेंसी आईबी ने चिराग पासवान की सुरक्षा का भी आकलन किया और थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट तैयार की गई। बाद में इसी रिपोर्ट के आधार पर चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाई गई।
कितने सुरक्षाकर्मी होते हैं, जानिए
Z कैटेगरी की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षा कर्मी होते हैं। इनमे 10 सुरक्षा कर्मी हथियार के साथ वीआईपी व्यक्ति के घर पर होते हैं। जबकि 6 कमांडो व्यक्ति के साथ चलते हैं। इसके साथ 3 ट्रेंड ड्राइवर भी हमेशा वीआईपी के साथ मौजूद रहते हैं। वहीं आर्म्ड स्कॉर्ट के 12 कमांडो तीन शिफ्ट में और वाचर्स शिफ्ट में 2 कमांडो भी मौजूद होते हैं।
28 दिसंबर को चिराग पासवान ने अमित शाह से की थी मुलाकात
बता दें कि सांसद चिराग पासवान ने 28 दिसंबर 2022 गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और बिहार सरकार को बर्खास्त करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य में कानून का शासन ध्वस्त हो गया है। चिराग पासवान ने अमित शाह को अपनी पार्टी का ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में सरकारी संरक्षण में शराब माफिया फल-फूल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में जहां शराबबंदी है, वहां बड़ी संख्या में लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं।
अमित शाह से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा था, “नई दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री आदरणीय अमित शाह जी से मुलाकात कर बिहार में बढ़ रहे अपराध, भू-माफियाओं की मनमानी, बालू खनन, ज़हरीली शराब से मौतें और छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर पत्र के माध्यम से गृहमंत्री जी को बिहार की वर्तमान स्थिति से अवगत कराकर केंद्र सरकार से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।”