केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को शुक्रवार को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिली थी। धमकी में कहा गया था कि उन्हें 20 जुलाई से पहले बम धमाके में मार दिया जाएगा। इस धमकी के बाद चिराग ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। विपक्ष भी इसे लेकर सरकार पर हमलावर है।
इस मुद्दे पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा, “चाहे तेजस्वी यादव हों, चिराग पासवान हों या मैं, केवल हम ही नीतीश कुमार की विरासत को आगे बढ़ा सकते हैं। दूसरे लोग बिहार पर राज करना चाहते हैं। हम यहां गुलामी की जंजीरों को तोड़ना चाहते हैं। नीतीश कुमार हमें आशीर्वाद दें और अपनी कुर्सी छोड़ दें।”
बिहारी इतनी आसानी से हार नहीं मानेंगे- मुकेश सहनी
वहीं, बिहार में मतदाता सूची संशोधन पर मुकेश सहनी ने कहा, “बिहारी इतनी आसानी से हार नहीं मानेंगे। यहां दंगल होगा, बिहारी अपने वोट को लेकर बहुत गंभीर हैं। चुनाव आयोग को बिहार के हित में फैसला करना चाहिए किसी राजनीतिक दल के हित में नहीं।”
चिराग पासवान में अपने पिता जैसा जुनून और ताकत नहीं- मुकेश सहनी
वीआईपी के संस्थापक ने चिराग पासवान की बिहार में कानून-व्यवस्था पर की गई टिप्पणी पर कहा, “चिराग पासवान में अपने पिता जैसा जुनून और ताकत नहीं है कि वे अपने लोगों के अधिकारों के लिए लड़ सकें। वह उन्हीं लोगों के साथ गए जिन्होंने उनके पिता की मूर्ति को तोड़ दिया, पार्टी को तोड़ दिया और उनके परिवार को तोड़ दिया। वह भाजपा के इशारे पर नीतीश कुमार की बहुत आलोचना करते थे और उन्हें कमजोर करते थे। उनकी राजनीति निजी फायदे के लिए है। यह दलितों के लिए नहीं है। वरना वह हमारे साथ खड़े होते अगर मैंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सीएम योगी की तारीफ की होती तो मैं अब तक मंत्री बना रहता।”
अभिमन्यु का जिक्र कर जीतनराम मांझी बोले- चिराग पासवान में कहीं न कहीं कोई कमी
वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि बिहार सरकार कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में असमर्थ है, अपराधी बेखौफ होते जा रहे हैं और नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पटना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या वह कभी चिंता व्यक्त करेंगे या सिर्फ़ भाषण देंगे।
प्रधानमंत्री बिहार को रिमोट से कंट्रोल कर रहे- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से बिहार के हालात पर “अपना टेलीप्रॉम्प्टर छोड़कर अपनी बात कहने” का आग्रह किया, प्रधानमंत्री राज्य के वास्तविक मुद्दों पर बात करने के बजाय लिखे हुए भाषणों पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “बेहोशी की हालत” में बताया और कहा कि वे बिहार का प्रशासन संभालने में असमर्थ हैं, और कथित तौर पर प्रधानमंत्री राज्य को रिमोट से नियंत्रित कर रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने और उन्हें राज्य में पनपने देने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है, उन्हें अपराध करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और बिहार में स्थिति “भयावह” है। उन्होंने बताया कि पिछले छह महीनों में बिहार में नौ प्रमुख व्यापारियों की हत्या कर दी गई है, जो कानून और व्यवस्था बनाए रखने में राज्य की विफलता को उजागर करता है। पढ़ें- Bihar: SDO ने किया अपमानित तो BDO ने दिया इस्तीफा