Bihar Elections 2020 से पहले LJP चीफ चिराग पासवान ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक खत लिखा है। उन्होंने इसके जरिए साफ किया है कि उनकी फिलहाल किसी से सीट बंटवारे पर बातचीत नहीं हुई है। साथ ही कहा है कि वे लोग विकास के लिए जनता को एलजेपी का रोडमैप बताएं। दरअसल, चिराग के पिता की तबीयत खराब है और वह फिलहाल अस्पताल में हैं।
चिराग ने इस खत में बिहार न जाने की मजबूरी भी साफ की। बताया कि पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तबीयत खराब है। वह मौजूदा समय में दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में हैं, जहां अधिक वक्त देखभाल में निकल रहा है। हालांकि, एलजेपी चीफ ने यह भी बताया- पिता ने मुझे कई बार बिहार जाने की सलाह दी, पर गड़बड़ तबीयत के मद्देनजर ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। पढ़ें, और क्या इस खत के जरिए बोले चिरागः
बिहार में कोरोना और बाढ़ की दोहरी मार का मुद्दा उठा रास में: बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण और बाढ़ की दोहरी मार का मुद्दा उठाते हुए राज्यसभा में रविवार को मांग की गई कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए राजद के मनोज झा ने कहा कि बिहार में हर साल मानसून के दौरान बाढ़ आती है और राज्य में जान माल का भारी नुकसान होता है। इस साल तो कोरोना वायरस का संक्रमण भी फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखना आवश्यक है। बाढ़ प्राकृतिक आपदा है और बिहार में इस साल कोरोना काल में यह प्राकृतिक आपदा आई है और ऐसे में सुरक्षित दूरी के मानक का पालन कैसे किया जा सकता है?
झा ने कहा ‘‘यह सच है कि बाढ़ प्राकृतिक आपदा है लेकिन कहीं न कहीं यह मानव जनित संकट भी है। इसका स्थायी समाधान खोजना बेहद जरूरी है। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इस मुद्दे से जुड़ा एक पक्ष नेपाल भी है।’’ उन्होंने कहा ‘‘कई कारणों की वजह से बिहार सामूहिक चिंता का विषय रहा है। इस बार तो राज्य पर दोहरी मार पड़ी है।’’ (भाषा इनपुट्स के साथ)