बिहार चुनाव से पहले जनअधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव भी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। नीतीश कुमार की तरफ से दलित कार्ड खेले जाने के बाद पप्पू भी मुख्यमंत्री की राह पर बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। पप्पू यादव ने इस चुनाव में दलित को सीएम बनाने की मांग रखी है।
जमुई में एक जनसभा में पप्पू यादव ने कहा कि इस बार बिहार का मुख्यमंत्री दलित ही होना चाहिए। पप्पू यादव ने इसके लिए जीतन राम मांझी, कांग्रेस नेता मीरा कुमार या फिर चिराग पासवान के नाम की वकालत की। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी पार्टी सीएम के लिए दलित चेहरे को पूरी तरह से समर्थन देगी। मालूम हो कि हाल ही में सीएम नीतीश कुमार ने किसी दलित के मारे जाने पर उसके परिवार को नौकरी दिए जाने की घोषणा की है।
इसके साथ ही पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। पप्पू यादव ने नीतीश कुमार के दलित प्रेम को छलावा करार दिया। उन्होंने सीएम को नौटंकी कुमार की संज्ञा दे दी। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के गौरव दशरथ मांझी को अपनी कुर्सी पर बैठाने की नौटंकी कर नीतीश ने दलित मतदाताओं को ठगने का प्रयास किया था।
उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी के निधन के बाद उनके परिवार के सामने भूख से मरने की नौबत थी तो उन्हें क्यों नहीं नौकरी दिया Mr.नौटंकी कुमार? अब मर्डर के बाद दलित को नौकरी देंगे? अब नहीं रहा महागठबंधनः महागठबंधन के सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि अब महागठबंधन कहां रहा है। राजद की तरफ परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब एक ही पार्टी की चलती है तो गठबंधन किस बात का।
इसी तरह उन्होंने एनडीए के अस्तित्व पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने चिराग पासवान से ढुलमुल रवैया छोड़ने की अपील की। पप्पू यादव ने कहा कि चिराग अपना स्टैंड क्लियर करें। यदि वह सीएम पद के लिए सामने आते हैं और कांग्रेस का नेतृत्व राहुल गांधी संभालते हैं तो उनकी पार्टी खुलकर लोजपा की तरफदारी करेगी।
इससे पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी ने बिहार में बेरोजगार युवाओं का डेटाबेस तैयार करने के लिये एक समर्पित पोर्टल और टोल फ्री नंबर शुरू किया है। साथ ही, यदि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाती है तो इन्हें नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम पार्टी को राज्य की सत्ता में आने पर नौकरियां सृजित करने के लिये नीतियां बनाने में मदद करेगा।