बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान होने वाला है। बिहार चुनाव के लिए फाइनल वोटर लिस्ट भी जारी हो गई है। बिहार में सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इस बीच बिहार की परिहार विधानसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। यह सीट सीतामढ़ी लोकसभा और जिले में पड़ती है।

परिहार विधानसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा

परिहार विधानसभा सीट पर बीजेपी का शुरू से दबदबा रहा है। अब तक इस सीट पर कुल तीन बार विधानसभा चुनाव हुए हैं और तीनों ही बार बीजेपी को बड़े अंतर से जीत हासिल हुई है। 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई थी। वहीं 2010 में इस सीट पर पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे। 2010 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से रामनरेश यादव को उम्मीदवार बनाया था, जिन्हें जीत हासिल हुई थी।

वहीं 2015 में पार्टी ने गायत्री देवी को उम्मीदवार बनाया और वह चुनाव जीत गई। 2020 में भी बीजेपी ने अपने उम्मीदवार को रिपीट किया और गायत्री देवी एक बार फिर से चुनाव जीत हैं।

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महज 1569 वोटों से ही जीत पाई थी बीजेपी

हालांकि 2020 में बीजेपी की जीत में वोटों का अंतर कम हुआ। बीजेपी यह सीट महज 1569 वोटों से ही जीत पाई थी। 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की गायत्री देवी को 73420 वोट मिले थे जबकि राजद ने सीट पर रितु जायसवाल को उम्मीदवार बनाया था, जिनको 71,851 वोट मिले थे। इस प्रकार से करीबी मुकाबले में बीजेपी 1569 वोट से ही इस सीट को जीत पाई थी।

अगर हम परिहार विधानसभा सीट के जातीय समीकरण की बात करें, तो यहां पर यादव, बनिया और अतिपिछड़ा वोटरों का दबदबा है। इस क्षेत्र में करीब 15 फ़ीसदी उम्मीदवार वोटर यादव समाज से आते हैं। जबकि 10 फीसदी बनिया समुदाय के वोटर हैं। वहीं 10 फीसदी मुसलमान वोटर भी क्षेत्र में हैं।