Bihar by Elections: बिहार में दो विधानसभा सीटों गोपालगंज और मोकामा में उपचुनाव होने जा रहा है, लेकिन जो सबसे खास बात है वो यह है कि इन उपचुनाव ने चाचा पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच दूरियां जरूर कम कर दी हैं। चिराग के बीजेपी के लिए उपचुनाव में प्रचार करते ही संभावना जताई जाने लगी कि वो अपना भविष्य एनडीए में तलाश रहे हैं। जबकि चाचा पशुपति पारस पहले से एनडीए में मौजूद हैं। वहीं अनुमान जताया जा रहा है कि वो आने वाले वक्त में मंच भी साझा कर सकते हैं।

इस पूरे मामले पर एलजेपीआर के प्रवक्ता धीरेंद्र कुमार ने कहा कि चिराग का पशुपति पारसनाथ से हाथ मिलाना या न मिलाना ज्यादा महत्वपूर्ण विषय नहीं हैं। कुमार ने कहा कि हमारे नेता का बिहार प्रथम और बिहारी प्रथम का विजन है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और बिहार आगे बढ़ रहा है। बिहार के हितों की रक्षा हो रही है। इसलिए उपचुनाव में हम भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का साथ दे रहे हैं।

वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने चिराग पासवान की तारीफ करते हुए कहा कि चिराग पासवान में नेतृत्व क्षमता है। उन्होंने उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर विकासवाद, राष्ट्रवाद की राजनीति को अपनाया है। सिंह ने कहा कि इसी तरह से हम लोग विकास की राजनीति में आगे बढ़ते रहेंगे।

बता दें, अभी हाल ही में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अध्यक्ष एवं चिराग पासवान ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा था कि वो बिहार में दो विधानसभा क्षेत्रों में तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव में वे बिना शर्त भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करेंगे। जिसके बाद सोमवार को चिराग पासवान ने अपने पार्टी नेताओं के साथ मोकामा में राजग की भाजपा उम्मीदवार सोनम देवी के पक्ष में कई नुक्कड़ सभाएं की और जनसपर्क अभियान चलाया। उनके साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी समेत अन्य नेता शामिल हुए।

बता दें, बिहार उपचुनाव में 3 नवंबर को मतदान होना है और 6 नवंबर को रिजल्ट आ जाएगा। कहने को सिर्फ दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है लेकिन इसका व्यापक असर बिहार की राजनीति पर पड़ सकता ह। उपचुनाव में महागठबंधन सरकार और बीजेपी दोनों की साख दांव पर हैं।