Bihar Bandh: बिहार में महागठबंधन की पार्टियों ने सत्तासीन नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ शुक्रवार को बंद बुलाया। राज्य में कई जगहों पर इसका असर भी देखा जा रहा है। राजद के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार लगातार दमनकारी नीतियों से नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के चलते बंद का आह्वान किया गया।
राजद समर्थकों ने बंद के दौरान कई जगह जाम लगा दिया। प्रदर्शनों में कुछ उपद्रवियों ने ट्रकों के टायर फूंके और वाहनों को जहां-तहां फंसा दिया। वैशाली में तो हाजीपुर-मुजफ्फरपुर मार्ग पर बंद समर्थकों ने जाम किया। हालांकि, इस बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गृह जिले गोपालगंज में बंद का असर नहीं दिखा। यहां बाजार और दुकानें खुली रहीं।
दूसरी तरफ भागलपुर में राजद समर्थकों ने सड़क पर उतरकर दुकानें बंद करवाईं, जिससे बाजारों में सूनापन छाया रहा। इस मौके पर लेफ्ट पार्टी- सीपीआई (एमएल) के भी सैकड़ों कार्यकर्ता बिहार बंद को भारत बंद से जोड़ते हुए सड़कों पर उतर आए। बता दें कि बिहार विधानसभा में हाल ही में सशक्त पुलिस कानून 2021 को लेकर नेताओं पर हमला हुआ था। इसका मुद्दा उठाते हुए सीपीएम ने कहा कि वह कृषि कानून को वापस लेने और बिहार के मुद्दे को जोड़ते हुए बिहार बंद का समर्थन करती है।
राजधानी पटना में भी आगजनी से सड़क जाम: बिहार की राजधानी पटना में भी बिहार बंद का असर दिखा। विपक्षी कार्यकर्ताओं ने आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। उधर नीतीश कुमार के खिलाफ राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। इसके अलावा सहरसा में भी राजद-सीपीएम ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।