Bihar Assembly Election: बिहार में विधानसभा चुनाव  से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। चर्चा है कि नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री श्याम रजक पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। उनके फिर से राष्ट्रीय जनता दल में जाने की चर्चा तेज है। माना जा रहा है कि वह 17 अगस्त को इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

खबरों की मानें तो श्याम रजक का इस्तीफा तय माना जा रहा है। वह जदयू में अपनी अनदेखी से नाराज हैं और उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। श्याम रजक बिहार की राजनीति में लालू यादव के करीबी नेताओं में गिने जाते थे। वह साल 2009 में आरजेडी छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे। वह जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़े और फिर मंत्री का पद पाया। बिहार में श्याम रजक को दलित चेहरे के रूप में जाना जाता है। ऐसे में जदयू से इस्तीफा देना नीतीश कुमार की पार्टी के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है।

रजक के पार्टी छोड़ने की आधिकारिक पुष्टि भले ही नहीं हुई हो लेकिन राजद ने उन्हें स्वीकारने का एलान पहले ही कर दिया है। रजक की बिहार राजनीति में गहरी पैठ है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह नीतीश सरकार में दो बार मंत्री रहे हैं। इसके अलावा वह राबड़ी देवी की कैबिनेट में भी मंत्री रह चुके हैं। रजक ने जब राजद का साथ छोड़कर जदयू का रुख किया था तो नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री पद दिया था।

एनडीए में शामिल एलजेपी और जदयू के बीच खटास बढ़ती नजर आ रही है। चिराग पासवान और नीतीश सरकार के बीच आरोप प्रत्यारोप बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में रजक का पार्टी छोड़ना नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका हो सकता है।