Bihar News: बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे देखते हुए तमाम सियासी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। बिहार में इस बार का चुनाव भी मुख्य तौर पर दो धड़ों के बीच है। एक तरफ सत्तारूढ़ NDA है तो दूसरी तरफ महागठबंधन है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एनडीए के बाकी साथियों की मीटिंग हुई। इसमें सभी की आमराय है कि बिहार का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मीटिंग में एनडीए के जितने भी साथी शामिल हुए थे, उन्होंने अपने दावे वाली सीटों की लिस्ट सौंप दी है। भारतीय जनता पार्टी अब यह देखेगी कि जिन-जिन सीटों पर एनडीए के बाकी साथी अपने कैंडिडेट को चुनावी दंगल में उतारना चाहते हैं, वहां पर क्या स्थिति है। यह सीट शेयरिंग के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बिहार सरकार के मंत्री ने क्या बताया?
एनडीए की मीटिंग के बाद बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह बिहार आए थे और बिहार एनडीए के सभी दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री की अगुवाई में मीटिंग की। इसमें बिहार के विकास, संगठन की मजबूती और एनडीए की एकजुटता पर विस्तृत चर्चा हुई। गृह मंत्री का एक ही मंत्र था कि हमें साथ मिलकर एनडीए की तरह लड़ना चाहिए। सारे के सारे लोग एनडीए के कार्यकर्ता के तौर पर काम करें। ज्यादा से ज्यादा सीटें कैसे जीतें। इस पर चर्चा हुई। हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
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225 सीटों का टारगेट सेट
मीटिंग में एनडीए ने 225 सीटों का टारगेट सेट किया है। इसके लिए चुनाव से पहले एक साथ मिलकर चुनावी अभियान चलाने की प्लानिंग की गई है। इस मीटिंग में यह भी चर्चा हुई कि केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का आमजन तक किस तरह पहुंचाया जाए और विपक्ष के हमलों का जवाब कैसे दिया जाए। इस मीटिंग में मौजूद एनडीए नेताओं का कहना था कि जहां एक और भारतीय जनता पार्टी, जेडीयू, लोजपा (आर), हम और आरएलजेपी मिलकर एकजुट नजर आ रहे हैं। वहीं महागठबंधन में लगातार मतभेद उजागर हो रहे हैं। आरजेडी और कांग्रेस पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। इसकी वजह से विपक्ष कमजोर होता हुआ नजर आ रहा है। वहीं सीएम फेस को लेकर भी कोई बात फिक्स नहीं हो पाई है।