मध्यप्रदेश के भोपाल में चुनावी सियासत अपने आखिरी पड़ाव पर है, बता दें 28 नवंबर को प्रदेश में वोटिंग होनी है। जिसके लिए सभी पार्टियों और प्रत्याशी ने अपना दमखम झोंक दिया है। लेकिन प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर आम जनता के अलावा किसी और की भी नजर है। दरअसल प्रदेश चुनाव को लेकर सट्टा बाजार भी गरमा रहा है। चुनाव को देखते हुए जहां पहले भाजपा से बाजार गर्म था तो अब कांग्रेस को लेकर बाजार गर्म दिख रहा है।

क्या है रेट
जानकारी के मुताबिक करीब एक महीने पहले अगर किसी व्यक्ति ने भाजपा पर दस हजार की शर्त लगाई तो पार्टी को सत्ता में लौटने पर उसे 11,000 रुपए मिलेगा। वहीं विपक्षी जीतने पर कांग्रेस पर 4,400 देने वाले किसी भी व्यक्ति को 10,000 मिलेगा। ऐसे में देखें तो सट्टा बाजार में भी कांग्रेस को लेकर अलग ही संभावनाएं नजर आ रही हैं।

इस हफ्ते सीटों पर लगेगा दांव
जानकारी के मुताबिक इस हफ्ते सीटों की संख्या पर दांव लगाया जाएगा न कि सरकार कौन बनाएगा। एक बुकी के मुताबिक- ‘हम यह नहीं कहना चाहते कि कौन सी पार्टी सरकार बनाएगी लेकिन दांव खुले हैं। सट्टा बाजार इस चुनाव सत्र में अच्छा चल रहा है, क्योंकि यह एक रोमांचकारी प्रतियोगिता है। सट्टा बाजार कांग्रेस के लिए 116 से अधिक सीटों पर और भाजपा के लिए 102 या उससे अधिक सीटों पर दांव स्वीकार कर रहा है। वहीं अंतिम दिनों में रेट और संख्या बदल सकती है क्योंकि प्रचार ज्यादा तेजी से होगा।कोई भी अपना पैसा लगाकर अपने पैसे को दोगुना कर सकता है।’

 

करोड़ों का लगता है सट्टा
दरअसल हर चुनाव में करोड़ों रुपए का सट्टा चलता है। बेट्स (Bets)को न सिर्फ मोबाइल फोन बल्कि वेबसाइटों और ऐप्स पर भी रखा जाता है, जिससे पुलिस के लिए सट्टेबाजों को ट्रैक करना और पकड़ना मुश्किल हो जाता है। इसलिए ऐसा कोई गैंग पकड़ा नहीं जाता। हालांकि भोपाल में हरदिन करीब 2 सट्टेबाजी के मामले पंजीकृत होते हैं। लेकिन चुनावी सीजन में अभी तक कोई हाथ नहीं लग पाया है।

आखिर क्यों नाकाम है पुलिस
– पुलिस अधिकारियों का कहना है कि- ‘इस तरह के गिरोहों को पकड़ना मुश्किल हो रहा है क्योंकि वे लगातार चल रहे हैं। ऑनलाइन सट्टेबाजी देश में कहीं भी एक चलती कार, एक कैफे या किसी भी सार्वजनिक स्थान से संचालित की जा सकती है। भोपाल में सट्टेबाजी करने वाले लोग दुनिया भर में कहीं भी बैठे हो सकते हैं।’

– वहीं इस मामले पर एसपी साउथ राहुल कुमार लोढा ने कहा कि ‘जुएं में शामिल अपराधियों और चुनाव से पहले सट्टेबाजी के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन अपराधियों को भविष्य में ऐसे अपराध करने से रोकने के लिए एक बांड पर साइन करने के लिए कहा जा रहा है। इसके साथ ही ऐसी गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस स्टेशनों द्वारा आदतन अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की जा रही है और उसके मुताबिक छापेमार कार्रवाई की जाएगी।’

– वहीं एएसपी- क्राइम रश्मी मिश्रा ने कहा कि ‘क्राइम ब्रांच ने सट्टेबाजी पर नजर रखने के लिए चुनाव से पहले अपने नेटवर्क को एक्टिव कर दिया है। हालांकि ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ रैकेट को तोड़ना मुश्किल है, लेकिन पुलिस स्पेशल इनपुट पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही साइबर सेल लगातार सट्टेबाजी रैकेट द्वारा उपयोग की जाने वाली वेबसाइटों और मोबाइल ऐप्स की तलाश में है।’