Bharat Jodo Yatra: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार (29 दिसंबर, 2022) को लखनऊ में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनको राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) से कोई न्योता नहीं मिला है। इसलिए वो इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे। हमारी संवेदनाएं उनकी यात्रा के साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी (समाजवादी पार्टी) की विचारधारा अलग है। भाजपा और कांग्रेस की एक है।

अखिलेश यादव का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब कांग्रेस के सूत्रों ने कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए न केवल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा गया था, बल्कि बसपा प्रमुख मायावती को भी यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है।

भाजपा ने पिछड़े वर्ग के खिलाफ हमेशा सौतेला व्यवहार किया: अखिलेश यादव

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा का पिछड़ों के प्रति हमेशा सौतेला व्यवहार रहा है, आज पिछड़ों का आरक्षण छीना है, कल दलितों की भी बारी आ सकती है, भाजपा षड्यंत्र के तहत बाबा साहब के दिए अधिकार को खत्म कर रही है, ओबीसी व दलित का आरक्षण छीन कर उन्हें गुलाम बनाना चाहती है।

बीजेपी पिछड़ों का वोट चाहती, लेकिन अधिकार नहीं देना चाहती: सपा प्रमुख

राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी पिछड़ों का वोट चाहती है, लेकिन उनको भागीदारी की अधिकार नहीं देती। अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य में पिछड़ों के वोट से बनी सरकार है, लेकिन भाजपा की सरकार में पिछड़ों के लिए जगह नहीं है, सरकार आरक्षण तो खत्म कर ही रही है, साथ ही चुनाव से भी भागना चाहती है।

सपा प्रमुख ने कहा कि पुलिस भर्ती का घोषित रिजल्ट बदल दिया गया। इसमें 1700 पिछड़े वर्ग के लोगों को नौकरी मिली थी, लेकिन चार दिन बाद ही उनकी खुशी छीन ली गई। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के बाद पिछड़े वर्ग के मंत्रियों और नेताओं की आत्मा मर जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार भेदभाव कर रही है। इसके लिए उनकी पार्टी को सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ेगा तो सपा वहां भी उनके हक की लड़ाई लड़ेगी। बता दें, उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण रद होने के बाद समाजावादी पार्टी राज्य सरकार पर लगातार हमलावर है।