Karnataka Politics: बेंगलुरु नगर निकाय (BBMP) ने मतदाता डेटा धोखाधड़ी (Voter Data Fraud) के लिए चिलम ग्रुप को ब्लैकलिस्ट कर दिया। बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त तुषार गिरि नाथ ने मंगलवार (27 दिसंबर) को मतदाता डेटा धोखाधड़ी और मतदाता सूची में हेरफेर के संबंध में चिलम समूह (Chilume Group) को ब्लैकलिस्ट कर दिया।
BBMP ने किया चिलम ग्रुप को ब्लैकलिस्ट
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिके (BBMP) द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के अनुसार, “चिलम समूह, इसके निदेशक और ग्रुप से जुड़े अन्य सदस्यों को बीबीएमपी द्वारा की जाने वाली किसी भी तरह की गतिविधि में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिसमें सेवा से संबंधित निविदा प्रक्रियाएं शामिल हैं। गौरतलब है कि 17 नवंबर 2022 को, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली कर्नाटक भाजपा सरकार ने चिलम समूह द्वारा धोखाधड़ी, और विश्वास भंग करके मतदाता डेटा के कथित संग्रह की जांच का आदेश दिया था।
Congress ने BJP पर लगाया था मिलीभगत का आरोप
दरअसल, बेंगलुरु में बड़े पैमाने पर मतदाता डेटा में हेरफेर का आरोप लगाते हुए, 19 नवंबर को केपीसीसी अध्यक्ष डी शिवकुमार के प्रतिनिधित्व में कांग्रेस ने चुनाव आयोग (EC) के पास शिकायत दर्ज कराई थी। कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी ने एक निजी एजेंसी के साथ मिलकर आधिकारिक सूची से मतदाता डेटा को जोड़ा और हटा दिया। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया था कि केवल कांग्रेस समर्थकों और वोटरों के नाम काटे गए हैं। बता दें कि एजेंसी को मतदान के अधिकार और वोट डालने के बारे में बृहद बेंगलुरु महानगर पालिके द्वारा जागरूकता फैलाने का काम दिया गया था।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चिलम समूह बेंगलुरु के भाजपा नेताओं से जुड़ा हुआ है और फर्म को मतदाता डेटा संग्रह और जागरूकता संबंधित कार्य दिया गया था ताकि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले बेंगलुरु में मतदाताओं की सूची में हेरफेर की जा सके और सत्तारूढ़ व्यवस्था के पक्ष में जोड़-तोड़ की जा सके।
Bengaluru: मतदाताओं के डेटा में अनियमितता
इससे पहले बीबीएमपी की रिपोर्ट के बाद बेंगलुरु में मतदाता डेटा में अनियमितता सामने आई थी, जिसमें खुलासा हुआ था कि चिलम ट्रस्ट ने उन्हें दी गई अनुमति का दुरुपयोग किया है। ट्रस्ट ने कुछ मतदाता डेटा इकठ्ठा किया है, जिसे आधिकारिक ऐप ‘गरुड़’ में फीड नहीं किया गया था। इस दौरान यह सामने आया कि 26 लाख मतदाताओं के नाम गायब हैं या हटा दिए गए हैं और 14 लाख अतिरिक्त नाम जोड़े भी गए हैं।