Begusarai Firing: बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह यातायात कानून की धज्जियां उड़ाते हुए दिखाई दिए। अपने संसदीय क्षेत्र में फायरिंग की वारदात के बाद वह बुधवार को घायलों से मिलने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मोटरसाइकिल पर काफिला लेकर निकले गिरिराज सिंह और उनके किसी साथी ने भी हेलमेट नहीं पहना था।
बेगूसराय में अपने संसदीय क्षेत्र में अंधाधुंध फायरिंग की घटना के बाद गिरिराज सिंह वहां पहुंचे तो उस समय भाजपा द्वारा बंद के बीच शहर में वह घायलों से मिल रहे थे। उस समय वे बाइक पर पीछे बैठे थे और उनके काफिले की खास बात ये थी कि किसी ने हेलमेट नहीं पहन रखा था।
गौरतलब है कि बिहार के बेगूसराय में मंगलवार को हुई अंधाधुंध फायरिंग के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सुमित, युवराज, केशव उर्फ नागा और अर्जुन को गिरफ्तार किया है। ये सभी बेगूसराय के ही रहने वाले हैं।
एनआईए या सीबीआई से जांच की मांग: इस बीच गिरिराज सिंह ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि बेगूसराय फायरिंग की घटना सिर्फ 10 लोगों पर फायरिंग की घटना नहीं थी, इसने सरकार का चेहरा भी बेनकाब कर दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सिर्फ लोगों पर फायरिंग नहीं बल्कि एक आतंकवादी हमला था। मेरी मांग है कि इसकी जांच एनआईए या सीबीआई से होनी चाहिए।
आरजेडी ने किया ट्वीट: वहीं, इस मामले को लेकर बिहार में राजनीति भी खूब हो रही है। बीजेपी एक ओर जहां राज्य में फिर से जंगलराज कायम होने का आरोप लगा रही है, वहीं राजद ने विपक्ष पर पलटवार किया है। राजद ने ट्वीट कर कहा, “अपराधियों और गुंडों की पार्टी भाजपा के मंत्री और नेता खुद कानून की धज्जियां उड़ाकर कहते है यहां जंगलराज है। जो खुद लोगों को उकसा कर गोलियां चलवाते हैं, वो कहते है यहां कानून का राज नहीं है। बेवकूफ समझे हो का?”
बेगूसराय फायरिंग की घटना पर पटना में पुलिस ने प्रेसवार्ता की। इस प्रेसवार्ता का आयोजन पुलिस मुख्यालय में किया है। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के दौरान इस्तेमाल किए गए चार मोबाइल मिले हैं। दो बाइक पर चार लोग थे। दो देसी पिस्टल का उपयोग किया गया है। 22 स्थानों से CCTV फुटेज को लिया गया था।