बरकतउल्ला बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी कश्मीरी छात्रों के लिए पीएचडी का दोबारा से प्रवेश परीक्षा कराएगी। क्योंकि कश्मीरी छात्र राज्य से धारा 370 खत्म होने के कारण प्रवेश परीक्षा में भाग नहीं ले सके। हर साल इस यूनिवर्सिटी में लगभग 60 कश्मीरी छात्र पीएचडी करने के लिए आते है लेकिन इस साल एक भी छात्र प्रवेश परीक्षा में भाग नहीं ले सका।

धारा 370 हटाए जानें की वजह से परीक्षा से वंचित हुए छात्र: दरअसल कश्मीर से केंद्र की भाजपा सरकार ने 5 अगस्त को धारा 370 खत्म कर वहां धारा 144 लागू कर दी थी। जिसकी वजह से वहां फोन और इंटरनेट की सेवा बंद हो गई। जबकि बीयू ने 6 अगस्त को पीएचडी प्रवेश परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। इसकी जानकारी कश्मीर के छात्रों को समय पर न होने के कारण वह प्रवेश परीक्षा से वंचित रह गए। कुछ कश्मीरी छात्र जो यहां पढ़ते है उन्होंने तो फार्म भरा लेकिन वह 370 लगने की वजह से वह अपने परिवार के वापस लौट गए। जिसे वह परीक्षा देने से वंचित रह गए।

National Hindi News, 8 October 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

बच्चों का साल खराब न हो इसलिए दोबारा कराया जाएगा प्रवेश परीक्षा: एक अधिकारी ने बताया कि बीयू 1700 पीएचडी सीट पर प्रवेश परीक्षा करा चुकी है। लेकिन बीयू प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया है कि जिन छात्रो का प्रवेश परीक्षा छूट गया है उनका एक साल खराब न हो सके। इसलिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सोमवार (7 अक्टूबर) को निर्णय लिया कि उन छात्रो को एक दूसरा मौका दिया जाएगा, जो फार्म तो भरे थे लेकिन परीक्षा में सम्मलित नहीं हो सके।

कोई अत्तिरिक्त फीस नहीं देनी होगी: बीयू के वाइस चांसलर प्रो. आर.जे. राव ने मीडिया को बताया कि यूनिवर्सिटी नहीं चाहता है कि किसी भी बच्चे का साल खराब हो, इसलिए वह दोबार प्रवेश परीक्षा कराने का निर्णय किया है। इसके लिए किसी भी छात्र को कोई अतिरिक्त धनराशि नहीं देना होगा। छात्रों के पुराने फार्म की ही फीस मान्य होगी। इस परीक्षा में वही छात्र भाग ले सकेगा जो पिछली बार फार्म भरने के बाद परीक्षा से वंचित रह गया था।