Mukhtar Ansari News: माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पर शिकंजा कसने का उत्तर प्रदेश प्रशासन ने मेगा प्लान बनाया है। कभी जेल में मुख्तार के लिए बैडमिंटन कोर्ट बनाया गया था और जेल में भी उसका काफी खौफ होता था, लेकिन अब उस पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।
जेल में मुख्तार के लिए बनाया गया था बैडमिंटन कोर्ट
नौ साल पहले जेलर पद से रिटायर हुए एसके अवस्थी ने माफिया मुख्तार अंसारी से जुड़ा एक किस्सा सुनाया और बताया कि जेल में वह कैसे रहता था। द लल्लन टॉप के मुताबिक, उन्होंने बताया कि वे 2007 में मुख्तार के गृह जिले गाजीपुर की जेल में तैनात हुए। उसी समय जेल में बंद मुख्तार को उनके पहुंचने से पहले ही आगरा जेल में शिफ्ट कर दिया गया। उन्होंने देखा कि जेल के अंदर मुख्तार के लिए बैडमिंटन कोर्ट बनवाया गया था, जहां जिले के अधिकारी उसके साथ खेलने के लिए आते थे।
एसके अवस्थी ने सुनाया ये किस्सा
उन्होंने बताया जब वे लखनऊ में जेलर थे, तब साल 2003 के विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए मुख्तार को वहां शिफ्ट किया गया था। उन्होंने बताया, “मैंने मुख्तार से मिलने उसके साथियों की तलाशी लेने का आदेश दिया। इस पर मुख्तार बौखला गया और उसने अपने एक मुलाकाती से रिवॉल्वर लेकर जेलर पर तान दी और धमकी दी कि तुम जेल से बाहर आओ तुम्हारा काम तमाम करता हूं। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने बीच बचाव करके उसको बैरक में वापस भेजा।” अवस्थी ने बताया कि उन्होंने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन इसमें आगे कुछ हुआ नहीं। एसके अवस्थी की बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस समय मुख्तार का जेल में कितना खौफ होता था। हालांकि, अब उस पर शिकंजा कसता जा रहा है और प्रशासन ने उसकी कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है।
क्या है मुख्तार की कमर तोड़ने के लिए मेगा प्लान
वहीं, “यूपी तक” से बात करते हुए यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्तार पर शिकंजा कसने के लिए क्या प्लान बनाया गया है? उन्होंने कहा कि जितने भी मामले कोर्ट में चल रहे हैं, उसमें हम सजा दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। जो चीजें पहले हो चुकी हैं उसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन आने वाले जो केस हैं, उसमें हम सभी गवाह पेश करेंगे और उनकी गवाही करेंगे। बाकी चीजें न्यायालयों पर निर्भर करती हैं। अभी तक सभी न्यायालयों ने पूरा न्याय किया है।
उन्होंने बताया कि मुख्तार और उसके गैंग के मेंबर की लगभग 290 करोड़ की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट में जब्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 283 करोड़ की संपत्ति से कब्जा हटाया जा चुका है। एडीजी ने कहा कि कोशिश है कि पूरे प्रदेश को माफिया मुक्त किया जाए।