उत्तर प्रदेश में लॉ कमीशन की ओर से प्रस्तावित जनसंख्या नियंत्रण मसौदे पर विवाद जारी है। विपक्षी पार्टियों ने इसे यूपी के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का चुनावी हथकंडा करार दिया है। हालांकि, विधानसभा की वेबसाइट पर भाजपा के जिन 304 विधायकों की जानकारी मौजूद है, उनमें पार्टी के 152 विधायकों के तीन या उससे ज्यादा बच्चे हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि भाजपा के एक विधायक के आठ बच्चे तक हैं, जबकि एक और महिला विधायक के सात बच्चे हैं। वहीं, करीब 8 विधायक ऐसे हैं, जिनके छह-छह बच्चे हैं। इसके अलावा भाजपा की सहयोगी अपना दल पार्टी के एक विधायक के भी 8 बच्चे हैं। ऐसे में इन विधायकों के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

कौन हैं ये विधायक?: 1. यूपी की सहयोगी पार्टी अपना दल के विधायक हरीराम के आठ बच्चे हैं। उनके चार बेटे-चार बेटियां हैं। विश्व जनसंख्या दिवस पर उन्होंने ट्विटर पर यहां तक लिख दिया कि हमें जनसंख्या नियंत्रण के प्रति सभी को जागरुक करना चाहिए।

2. उधर शाहजहांपुर जिले की तिलहर सीट से भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा 8 बच्चों के पिता हैं। उनके तीन पुत्र और पांच पुत्रियां हैं। 2017 में विधानसभा के लिए वह तीसरी बार चुने गए।

3. नानपारा विधानसभा से भाजपा विधायक माधुरी वर्मा को छह लड़कियां हुईं। बेटे की चाहत में वे ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह तक गईं। इसके बाद उन्हें सातवां लड़का हुआ, जिसका नाम उन्होंने अजमेरी वर्मा रखा।

4. गोंडा जिले की कर्नलगंज सीट से भाजपा के एमएलए कुंवर अजय प्रताप सिंह के चार बेटे और दो बेटियां हैं। वे 2017 में चुनाव जीतकर छठी बार विधायक बने हैं।

5. यूपी के लखीमपुर जिले की धौरहरा सीट से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी के छह बच्चे हैं। इनमें तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। वे भी 2017 में चौथी बार विधायक बने हैं।

6. इसके अलावा फतेहपुर जिले की खागा सीट से भाजपा विधायक कृष्णा पासवान के भी तीन बेटे और तीन ही बेटियां हैं। 2002 में पहली बार चुनाव जीतने के बाद वे अब तक तीन बार विधायक रह चुके हैं।

7. कन्नौज जिले की तिर्वा सीट से भाजपा एमएलए कैलाश सिंह राजपूत के दो बेटे और चार बेटियां हैं। 2017 में वह तीसरी बार विधायक बने हैं। 1996 और 2007 के विधानसभा चुनाव में भी वह जीत चुके हैं।

8. उधर बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट से विधायक बैजनाथ रावत भी तीन बेटे और तीन बेटियों के पिता हैं। वे 1998 में लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं, जबकि 2017 में उन्हें तीसरी बार विधायकी जीतने का मौका मिला।

9. इसके अलावा मिर्जापुर जिले की मिर्जापुर सीट से भाजपा विधायक रत्नाकर मिश्रा की चार बेटियां और दो बेटे हैं। 2017 में वे पहली बार ही विधानसभा चुनाव जीते हैं।

10. मैनपुरी जिले की भोगांव सीट से भाजपा के एमएलए राम नरेश अग्निहोत्री के दो बेटे और 4 बेटियां हैं। 2002 में वह यूपी विधान परिषद के भी सदस्य रह चुके हैं। 2017 में वह पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए।

11. उधर मेरठ जिले की मेरठ कैंट सीट से भाजपा विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल के तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। 2002 में वे पहली बार विधायक बने और उसके बाद से लगातार चौथी बार 2017 में निर्वाचित हुए।