उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्तासीन भाजपा समेत विपक्ष की बड़ी पार्टियों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों के साथ छोटी पार्टियां भी कुछ सीटें जीतकर योगी सरकार के लिए मुसीबत पैदा कर सकती हैं। इनमें एक पार्टी है ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव समाज पार्टी। हाल ही में राजभर ने यूपी में सरकार बनने पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को लेकर एक फॉर्मूला सामने रखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि वे हर साल सीएम बदलेंगे और हर समुदाय को मौका देंगे। हालांकि, भाजपा ने राजभर के इस फॉर्मूले को मुंगेरीलाल के हसीन सपने करार दे दिया।
क्या था ओपी राजभर का पूरा बयान?: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही ओपी राजभर ने अपने गठबंधन की सरकार को लेकर फॉर्मूला रखना शुरू कर दिया है। हाल ही में उन्होंने 2022 यूपी चुनाव में भागीदारी संकल्प मोर्चा की सरकार बनने पर पहले साल संजय निषाद को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पूरे पांच साल चलेगी और हर साल एक-एक जाति का मुख्यमंत्री बनाएंगे।
राजभर ने फॉर्मूला बताते हुए कहा था- “पहले साल संजय निषाद को ही बना देंगे, दूसरे साल हम राजभर को बना देंगे, तीसरे साल पटेल को बना देंगे और चौथे साल मौर्या को बना देंगे। हम 5 साल में 5 मुख्यमंत्री और 1 साल में 4 डिप्टी सीएम 4 जातियों से बनाएंगे। यह भागीदारी संकल्प मोर्चा की सोच है।”
क्या बोले यूपी के डिप्टी सीएम?: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने राजभर के इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा। शर्मा ने कहा कि चुनाव आते-आते सपनों के सौदागर बढ़ते जा रहे हैं। कोई कहता है कि मैं बिजली माफ कर दूंगा, कोई कहता है मैं टैक्स माफ कर दूंगा, कोई कहता है कि मैं इतने लोगों को पद दे दूंगा। लेकिन जनता के लिए क्या कर दूंगा, ये भाजपा को छोड़कर किसी के मुंह से नहीं निकलता।
यूपी डिप्टी सीएम ने आगे कहा, “मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिन में देखना बहुत से लोगों के लिए अच्छे हो सकते हैं, लेकिन ये तो चुनाव के मैदान में आने के बाद जनता विश्लेषण करती है कि पिछली सरकारों ने क्या किया। भाजपा से सब बारी-बारी से हार चुके हैं और अगली बड़ी हार की प्रतीक्षा कर के चुनाव के मैदान में हैं।”