राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने कहा कि स्थिति काबू में है। टीवी चैनल न्यूज18 इंडिया के कार्यक्रम ‘भैयाजी कहिन’ में आप नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली में 16 हजार कोरोना बेड हैं। उन्होंने दावा किया कि इतने अधिक मरीज होने के बाद राजधानी में आठ हजार कोरोना बेड खाली हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना केस में एंबुलेंस कमी नहीं रही। दिल्ली में कोरोना के इलाज के लिए किसी भी तरह कमी नहीं रही। उन्होंने दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों को प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया।

कार्यक्रम में आतिशी की टिप्पणी पर सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर स्वाति महेश्वरी ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर आतिशी ये बातें मार्च में करतीं तो बात समझ में आती, क्योंकि तब दुनिया और देश को नहीं मालूम था कि वायरस कैसा है। इसलिए नवंबर में मार्च वाली बात नहीं की जा सकती है। हमें सबकुछ पता है कि ये वायरस कैसे फैलता है। हमारे पास इसकी दवाईं हैं और इसका टीका भी आने वाला है। इसलिए आज की स्थिति में दिल्ली सरकार इस तरह की बात नहीं कर सकती।

यहां देखें वीडियो

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में एक नवंबर से 16 नवंबर के बीच कोरोना वायरस के एक लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए और करीब 1,200 संक्रमितों की मृत्यु हो गई, वहीं करीब 94,000 रोगी इस अवधि में संक्रमण से उबरने में सफल रहे। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। आंकड़ों के अनुसार राजधानी में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक संक्रमण के 41,316 मामले सामने आए और 563 संक्रमितों की मृत्यु हो गई। वहीं वायरस से 45,056 लोग स्वस्थ हुए। वहीं 16-31 अक्टूबर तक संक्रमण के 65,675 मामले सामने आए और 587 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। इसी अवधि में 54,974 रोगी संक्रमण से उबरे।

राष्ट्रीय राजधानी में 28 अक्टूबर से कोरोना वायरस के मामलों में अचानक इजाफा देखा गया है। उस दिन पहली बार संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 5,000 से अधिक हो गई और 11 नवंबर को रोजाना के मामलों की संख्या 8,000 के पार चली गयी। दिल्ली में 12 नवंबर को संक्रमण से 104 लोगों की मृत्यु हो गई जो पांच महीने से अधिक समय में संक्रमण से एक दिन में मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में इस महीने अब तक कोरोना वायरस के 1,01,070 मामले सामने आए हैं। दिल्ली में एक से 16 नवंबर के बीच 1,202 संक्रमितों की मौत हुई, वहीं 93,885 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। दिल्ली में एक नवंबर को संक्रमण के 5,664 मामले सामने आए थे जो 11 नवंबर को बढ़कर 8,593 हो गए। यह एक दिन में संक्रमण के मामलों का आज तक का सर्वाधिक आंकड़ा है।

राष्ट्रीय राजधानी में 12 नवंबर को 7,053 मामले; 13 नवंबर को 7,802; 14 नवंबर को 7,340; 15 नवंबर को 3,235 और 16 नवंबर को 3,797 मामले सामने आए।दिल्ली में 11 से 16 नवंबर के बीच रोजाना संक्रमण से मौत के 85; 104; 91; 96; 95 और 99 मामले सामने आए। इसी तरह 15 नवंबर को 7,606 कोविड-19 रोगी स्वस्थ हुए जो इस महीने एक दिन में संक्रमणमुक्त हुए लोगों की सर्वाधिक संख्या है।

बुधवार को 7,264 लोग संक्रमण से उबरे, वहीं बृहस्पतिवार को 6,462 लोग ठीक हो गए। 13-16 नवंबर के बीच रोजाना स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या क्रमश: 6,498; 7,117; 7,606 और 3,560 रही। दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 3,797 नए मामले सामने आए और राष्ट्रीय राजधानी में अब तक संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4.89 लाख पहुंच गई है। वहीं राजधानी में संक्रमण से एक दिन में 99 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 7,713 हो गई।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज केंद्र सरकार से राजधानी के उन बाजारों में लॉकडाउन लगाने के अधिकार मांगे जो कोविड-19 के अति प्रभावित क्षेत्र के तौर पर उभर सकते हैं। उन्होंने विवाह समारोहों में अधिकतम 200 लोगों के शामिल होने के आदेश को वापस लेने का फैसला किया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने उप राज्यपाल अनिल बैजल को प्रस्ताव भेजा है कि विवाह समारोहों में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति हो। (भाषा इनपुट)