दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले को लेकर चल रहे विवाद के बीच आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एलजी सक्सेना से अपील की है कि वह सीएम केजरीवाल का घर ले लें। प्रियंका कक्कड़ ने मंगलवार को दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से कहा कि वह आप संयोजक का घर ले लें और अपना घर मुख्यमंत्री को देकर इस बहस को खत्म करें।

केजरीवाल ने बंगले के रिनोवेशन में खर्च किए 45 करोड़

दरअसल, अरविंद केजरीवाल पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपने आधिकारिक निवास के नवीनीकरण पर 45 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। भाजपा द्वारा उठाए गए इस ताजा मुद्दे में कांग्रेस भी शामिल हो गई।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल को याद दिलाया कि 2013 में सीएम केजरीवाल ने लाल बत्ती वाली कार, अतिरिक्त सुरक्षा और एक आधिकारिक बंगले का उपयोग नहीं करने की कसम खाई थी। माकन ने कहा कि उन्होंने डायर पॉलिश वियतनाम मार्बल, महंगे पर्दे, महंगे कालीन खरीदे और उनकी पार्टी का नाम आम आदमी पार्टी है।

BJP बोली- एक-एक ईंट बता रही कि भ्रष्टाचार हुआ है

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले को चमकाने में 45 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं, इस बात की जानकारी सामने आने के बाद बीजेपी ने मंगलवार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अरविंद केजरीवाल को घेरा। भाजपा ने बुधवार को इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया।

बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि यह वही केजरीवाल हैं जो कहते थे कि सरकार आने पर 2 कमरे के घर में रहेंगे। उनके साथ सिक्योरिटी नहीं रहेगी और लग्जरी गाड़ी से नहीं चलेंगे। अब घर के रेनोवेशन पर 45 करोड़ खर्च कर दिए। उसे महल की शक्ल दे दी। एक-एक ईंट बोल रही है कि भ्रष्टाचार हुआ है। आज जब घर से वह निकलते हैं तब 28 गाड़ियों का काफिला चलता है। उनके पास 50 लाख से अधिक की कार है।

बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे थे और दिल्ली की जनता के 45 करोड़ रुपये से केजरीवाल अपना महल रिनोवेट करवा रहे थे। जिस महल में 23 पर्दे 8-8 लाख में लगवाए गये। वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि खुद को आम आदमी कहने वाले अरविंद केजरीवाल ने अपने घर पर रिनोवेशन के नाम पर जनता के 44.78 करोड़ रुपए बर्बाद कर डाले। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को शर्म आनी चाहिए। ऐसे आम आदमी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बने रहने का कोई हक नहीं है।