पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है। सीट बंटवारे का एलान बाद में किया जाएगा। नई दिल्ली में अमरिंदर सिंह ने इस घोषणा से पहले केंद्रीय मंत्री और पंजाब के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने गठबंधन का औपचारिक एलान किया।
सिंह के साथ संवाददाताओं से बातचीत में शेखावत ने कहा, ‘आज मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भाजपा और अमरिंदर सिंह पंजाब चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे। हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’ शेखावत ने कहा कि उपयुक्त समय पर सीटों के तालमेल के बारे में घोषणा की जाएगी। अमरिंदर ने कहा, ‘हमारा गठबंधन निश्चित तौर पर- 101 प्रतिशत चुनाव जीतेगा। सीटों का तालमेल जीत की संभावना के हिसाब से तय किया जाएगा।’ कुछ दिनों पहले ही शेखावत ने चंडीगढ़ में भी सिंह से मुलाकात की थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सिंह ने पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन कर लिया था। भाजपा का शिरोमणि अकाली दल से बहुत पुराना गठबंधन था, लेकिन केंद्र के तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था। पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
पंजाब कांग्रेस से हटने के बाद अमरिंदर सिंह पंजाब की राजनीति के लिए काफी अहम हैं, इसलिए दोनों ही दल एक ही रणनीति के साथ चुनाव मैदान में जाने की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा का शिरोमणि अकाली दल से बहुत पुराना गठबंधन था, लेकिन केंद्र के तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था, इसलिए अकाली दल इस बार भाजपा से अलग होकर ही चुनाव लड़ेगा।
अगले साल पंजाब में 117 सीटों पर चुनाव होना हैं। इन सीट में 83 सामान्य और 34 अनुसूचित जाति की सीट हैं। संभावना जताई जा रही है कि अधिक सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी ही मैदान में होंगे। लेकिन इस आंकड़े पर अभी दोनों दलों के बीच विस्तृत चर्चा होने के बाद ही फैसला होगा। जानकार बताते हैं कि पंजाब में ग्रामीण सीटों पर पंजाब लोक कांग्रेस और शहरी क्षेत्रों पर भाजपा के प्रत्याशियों को मैदान में उतारा जाएगा।