तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने भतीजे अभिषेक बनर्जी की नंबर दो की हैसियत को बरकरार रखा है। पार्टी में गुटबाजी की खबरों के बीच ममता बनर्जी ने अभिषेक बनर्जी को दोबारा पार्टी का महासचिव चुना है। ममता बनर्जी ने शुक्रवार (18 फरवरी 2022) को अपने आवास पर हुई एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया। TMC के नियमों के अनुसार 12 फरवरी 2022 को पार्टी के सभी पदों की निर्धारित अवधि पूरी हो गई थी। बैठक में अभिषेक बनर्जी को महासचिव बनाने के साथ ही कई और पदों के बारे में भी फैसला लिया गया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता पार्था चटर्जी ने बताया कि यशवंत सिन्हा, सुब्रत बख्शी और चंद्रिमा भट्टाचार्य पार्टी के उपाध्यक्ष होंगे, जबकि सुखेंदू शेखर रे को राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद दिया गया है। राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप सुब्रत रे ही हैं। लोकसभा सांसद काकोली घोष दस्तीदार और सुब्रत रे दोनों पार्लियामेंट के अपर हाउस और लोअर हाउस के लिए प्रवक्ता रहेंगे। दिल्ली में मीडिया का प्रभार महुआ मोइत्रा को दिया गया है। इसके अलावा अरूप बिश्वास को पार्टी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम को पार्टी की वर्किंग कमेटी का कोऑर्डिनेटर बनाया गया है।
पार्था चटर्जी ने बताया कि बेहतर कोऑर्डिनेशन के लिए पार्टी ने वर्किंग कमेटी सदस्यों के लिए WhatsApp ग्रुप बनाने का भी निर्णय लिया है। इसके अलावा सांसद सुष्मिता देव और सीनियर लीडर मुकुल संगमा को पार्टी के नॉर्थ-ईस्ट अफेयर्स को हैंडल करने का जिम्मा सौंपा गया है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जुड़े मामलों के कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी अशोक तंवर को दी गई है। ममता बनर्जी के चीफ इकनॉमिक एडवाइजर अमित मित्रा को पार्टी के लिए इकनॉमिक और फॉरेन पॉलिसी तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है।
अभिषेक बनर्जी दो बार डायमंड हार्बर से सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। 2021 में ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी की युवा इकाई का प्रमुख बनाया था। ममत बनर्जी के इस फैसले के बाद से अभिषेक बनर्जी को पार्टी के भीतर उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा।