विधानसभा चुनाव 2022 में सत्ता की चाह अधूरी रह जाने के बाद अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव विधान परिषद चुनाव में अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए कन्नौज का दौरा करेंगे। कन्नौज उनका पुराना गढ़ रहा है और वहां से अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए वे वहां मैदान में उतरेंगे। विधान परिषद चुनाव के लिए 9 अप्रैल को मतदान होना है।
27 सीटों के लिए होने जा रहे इस चुनाव के नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे। सभी दलों के लिए यूपी का ये चुनाव काफी खास हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव इस दौरे में कन्नौज के पार्टी कार्यकर्ताओं, जिला पंचायत सदस्यों, ब्लाक प्रमुखों, ग्राम प्रधानों और अन्य लोगों से मुलाकात कर ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने की कोशिश करेंगे।
यूपी में विधान परिषद की कुल 36 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन सपा के कई प्रत्याशी चुनाव लड़ने से पहले ही पीछे हट गए। चार प्रत्याशियों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली, वहीं एक प्रत्याशी का पर्चा खारिज हो गया। कुल मिलाकर 9 सीटों पर बिना चुनाव ही भाजपा की जीत पक्की हो चुकी है।
फिलहाल भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसके आधार पर आगे की सियासी माहौल तय होगा। दूसरी तरफ एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा ने प्रदेश कार्यालय में एक कंट्रोल रूम तैयार किया है, जहां पार्टी कार्यकर्ता मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। ये कार्यकर्ता मतदाताओं से मिले फीडबैक के आधार पर उन्हें तीन श्रेणियों में रखते हैं। मतदाताओं से मिले फीडबैक के आधार पर ही रणनीति तैयार की जा रही है।
भाजपा हाल ही में विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से मिली जीत के बाद दोबारा सत्ता में आई है। वह चाहेगी कि वह विधान परिषद में भी सत्ता में आए ताकि उसका बहुमत वहां भी पुख्ता रहे। इसको लेकर भाजपा के रणनीतिकार अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं। इसके लिए कई नेता जनसंपर्क अभियान तेज कर दिए हैं।
हालांकि 9 सीटों पर भाजपा को निर्विरोध जीत मिलना तय है, लेकिन बाकी सीटों पर उसको समाजवादी पार्टी से कड़ी टक्कर मिलना तय है। अगले दो दिन दोनों दलों के लिए बेहद खास होंगे। इन्हीं दो दिनों में मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिए दोनों दल एड़ी-चोटी का जोर लगाएंगे।