केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात की खबरें सुर्खियों में छाई रहीं। लेकिन ओमप्रकाश राजभर ने इन खबरों को निराधार बताया और कहा कि उनकी कोई मुलाकात अमित शाह से नहीं हुई है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम समाजवादी पार्टी के साथ हैं और स्थानीय निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने के लिए काम कर रहे हैं। एमएलसी चुनाव में अखिलेश यादव ने ओपी राजभर की पार्टी को एक भी सीट नहीं दी है।

यूपी में 21 मार्च को एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है और सपा गठबंधन ने सभी 36 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। सबसे अहम बात यह है कि गठबंधन से सिर्फ रालोद को 2 सीट दी गई है, बाकी अन्य किसी सहयोगी दल को सपा ने सीट नहीं दी है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव भविष्य के लिए सिर्फ रालोद पर विश्वास जताते हुए आगे बढ़ रहें हैं। वहीं सीट न मिलने पर भी ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि हम सपा गठबंधन के साथ हैं और एमएलसी चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवारों को जितने के लिए काम कर रहें हैं।

एमएलसी चुनाव के नामांकन की आखिरी तारीख 22 मार्च है और 23 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन वापसी की प्रक्रिया 25 मार्च तक चलेगी। एमएलसी की सभी सीटों पर 9 अप्रैल को चुनाव होंगे और 12 मार्च को नतीजें आयेंगे।

वहीं अमित शाह से मुलाकात की खबरों पर ओमप्रकाश राजभर ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, “अमित शाह जी से मुलाकात की खबरें निराधार है। मैं 2019 लोकसभा चुनाव के पहले जब इस्तीफा देना था तब दिल्ली गया था, उसके बाद से मैं दिल्ली गया ही नहीं। निर्वाचन आयोग का काम अरविंद देखते हैं। मुझे फुर्सत रहती है तो मैं अपने क्षेत्र में रहता हूं। हम समाजवादी पार्टी के साथ हैं और स्थानीय निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।”

रिपोर्टर ने ओम प्रकाश राजभर से पूछा कि अगर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट बीजेपी लागू कर देती है तो बीजेपी के साथ जाएंगे? इसके जवाब में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि, “जब बीजेपी लागू, करेगी तब देखेंगे। सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट चाहे बीजेपी लागू करे या अखिलेश लागू करें, लेकिन लागू तो एक दिन होगा। बीजेपी के लोग पांच साल क्यों नहीं किए? कमेटी वही बनाये, सदन में उन्होंने ही रखा, लेकिन लागू नहीं किया।”