एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राकेश टिकैत के चाचा जान वाले बयान को लेकर पलटवार किया है। ओवैसी ने खुद को गरीबों को अब्बा बताया है।
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सारी पार्टियां अपना-अपना जनसमर्थन बढ़ाने के लिए प्रचार कार्यक्रमों में जुटी हुई है। सीएम योगी के अब्बा जान वाली टिप्पणी के बाद कई नेता इसी तरह का बयान देने लगे हैं। कोई चाचा जान कह रहा है तो कोई अपने आप को गरीबों का अब्बा बता रहा है।
बुधवार को संभल जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने सीएम योगी के साथ-साथ राकेश टिकैत पर भी हमला बोला। ओवैसी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- “लोग मुझे ‘चाचा जान’ कह रहे हैं। मैं उन लोगों का पिता हूं, जो उत्तर प्रदेश में गरीब और कमजोर हैं, उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। मैं उन लोगों का भाई हूं जो पीड़ित और उत्पीड़ित महिलाएं हैं। अगर कमजोर का साथ देना मुझे ‘अब्बा’ बना देता है, तो मैं उनका ‘अब्बा’ हूं”।
ओवैसी इस दौरान सपा-बसपा पर भी हमलावर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को हिन्दू वोट नहीं मिला तो वो हार गए, मेरे ऊपर धुर्वीकरण का आरोप लगाते हैं। वो कहते हैं अतीक अहमद को पार्टी में क्यों शामिल किया, क्या प्रज्ञा ठाकुर दूध की धुली है। योगी आदित्यनाथ पर भी केस दर्ज है।
अब्बा जान वाले बयान पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि वो अब्बा जान कहते हैं, बताओ कितने मुस्लिमों को अनाज का कार्ड मिला, कितना बीपीएल में हैं। आज भी राज्य में 54 प्रतिशत मुस्लिम गरीब हैं।
इससे पहले भी ओवैसी ने ‘अब्बा जान’ वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा था। ओवैसी ने कहा कि योगी ‘अब्बा जान’ क्यों कहते हैं? उन्हें इसके बजाय ‘पिता जी’ कहना चाहिए।
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ओवैसी को यूपी चुनाव में उतरने पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी को यूपी चुनाव में अब दिक्कत नहीं आने वाली हैं क्योंकि उनके ‘चाचा जान’ यूपी में आ चुके हैं।