अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन से ठीक पहले वरिष्ठ भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास अपील की है। उन्होंने बुधवार (5 अगस्त, 2020) को ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी को आज अयोध्या मंच से घोषणा करनी चाहिए कि राम सेतु नेशनल हेरिटेज मॉन्यूमेंट है। ट्वीट में उन्होंने आगे कहा कि ये प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष अधिनियम यानी AMASR एक्ट की सभी शर्तों को पूरा करता है। उन्होंने कहा कि साल 2015 में मेरे WP पर जारी नोटिस के अनुसार सुप्रीम कोर्ट को सूचित करें। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि संस्कृति मंत्रालय की फाइल पीएम की टेबल पर पड़ी हुई है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने इससे पहले नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि राम मंदिर निर्माण में प्रधानमंत्री का तो कोई योगदान नहीं है। पांच साल से राम सेतु की फाइन उनकी टेबल पर पड़ी हुई है। दरअसल एक टीवी साक्षात्कार में राज्यसभा सांसद से सवाल पूछा गया था कि राम मंदिर भूमि पूजन के लिए किन्हें बुलाया जाना चाहिए। इसके जवाब में उन्होंने तपाक से कहा कि मंदिर निर्माण में प्रधानमंत्री का कोई योगदान नहीं है। सारी बहसें हमने कीं। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मैं जानता हूं कि सरकार की तरफ से उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, जिसके बारे से हम कह सकें कि उसकी वजह से निर्णय मंदिर पक्ष में आया है।’

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उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने इसके लिए काम किया उनमें राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और अशोक सिंहल शामिल हैं। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इसमें अड़ंगा अड़ाया था। अशोक सिंहल ने खुद मुझे ये बात बताई थी।

इधर भाजपा सांसद के ट्वीट सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। प्रदीप कुमार @Pardeep19661 लिखते हैं, ‘आज के दिन पांच अगस्त को अगर राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाने की मांग भारत सरकार से की जाए तो कैसा रहेगा।’ धरमा @Dharma2X लिखते हैं, ‘राम सेतु को हिंदू विरोधी ताकतों से बचाने के लिए राष्ट्रीय धरोहर घोषित करें।’

इसी तरह अथर्व @unbelievablyIDK लिखते हैं, ‘राम जन्मभूमि के लिए प्रयास करने के लिए आपको बधाई। हमें साल 2024 से पहले अपने फ्री टेंपल आंदोलन को पूरा करना होगा।’ ब्रजेश @Brajesh_S_Singh लिखते हैं, ‘अयोध्या राम मंदिर आखिरी जीत नहीं है। ये तो सिर्फ शुरुआत है। हमें वो सब दोबारा हासिल करना होगा जो खोया था।’