उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि अग्निपथ योजना के तहत ‘अग्निवीरों’ के सेवा के चार साल बाद यूपी सरकार पुलिस और अन्य संबंधित सेवाओं में प्राथमिकता देगी। भारतीय सेना (Indian Army) की नई भर्ती योजना का नाम ‘अग्निपथ’ (Agneepath) रखा गया है। इसके तहत, सशस्त्र सेनाओं में भर्ती होने वाले सैनिकों को ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा। थलसेना, नौसेना और वायुसेना में ‘अग्निपथ’ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती चार साल के लिए की जाएगी।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि उनकी सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं के लिए ‘अग्निवीरों’ को प्राथमिकता देगी। सीएम योगी ने ट्वीट किया, “मां भारती की सेवा के उपरांत अग्निवीरों को यूपी सरकार प्रदेश पुलिस एवं संबंधित अन्य सेवाओं में प्राथमिकता प्रदान करेगी। युवाओं के उन्नयन एवं उनके सुरक्षित भविष्य के लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार सतत समर्पित व पूर्णतः प्रतिबद्ध है। जय हिंद।”

इससे पहले, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि देश की युवा शक्ति को ‘अग्निवीर’ के रूप में मां भारती की सेवा का अवसर प्रदान करने जा रही ‘अग्निपथ योजना’ भारतीय सैन्य इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय का सृजन करेगी। सशस्त्र बलों के सामर्थ्य में अभिवर्धन के लिए लिया गया यह निर्णय अभिनंदनीय है।”

वहीं, गृह मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर कहा गया, “‘अग्निपथ योजना’ युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए पीएम मोदी का एक दूरदर्शी व स्वागत योग्य निर्णय है।इसी संदर्भ में आज गृह मंत्रालय ने इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।”

बता दें कि देश के सामने आने वाली भावी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में मंगलवार को बदलाव करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की शुरुआत करने की घोषणा की।

क्या है अग्निपथ योजना: इस योजना के तहत, तीनों सेनाओं में इस साल 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे और चयन के लिए पात्रता की उम्र 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। पहले साल में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 30,000 रुपए होगा। हालांकि, इसमें से हर महीने 9,000 रुपए सरकार के समान योगदान वाले एक कोष में जाएंगे। दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष में एक ‘अग्निवीर’ का मासिक वेतन 33,000 रुपए, 36,500 रुपए और 40,000 रुपए होगा। हर ‘अग्निवीर’ को ‘सेवा निधि पैकेज’ के रूप में 11.71 लाख रुपए की राशि मिलेगी।