उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में जूतमपैजार के बाद बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच गहमागहमी का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। इस दौरान सांसद त्रिपाठी ने विधायक पर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप भी लगाया।

सांसद त्रिपाठी ने लगाया यह आरोप : बता दें कि इस मामले में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने संत कबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है। ऐसे में गुरुवार को लखनऊ रवाना होने से पहले उन्होंने आरोप लगाया कि मेहनदवाल से बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं। सांसद ने पूछा, ‘‘सभी ठेके, चाहे वे रेत खनन के हों या सड़क निर्माण के, बघेल और उसके जानकारों को ही दिए गए। क्यों सारे ठेके उसे ही मिले? क्या बाकी सभी ठेकेदार मर गए हैं?’’

बघेल ने आरोपों को बताया बेबुनियाद : गौरतलब है कि सांसद बघेल हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। साथ ही, प्रमुख ठाकुर नेता होने के कारण उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। उन्होंने कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। आप सारे रिकॉर्ड्स चेक कर सकते हैं। मैंने कभी किसी पर दबाव नहीं बनाया। सांसद त्रिपाठी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपाठी के संसदीय क्षेत्र में 4 विधायक आते हैं। आप पता कर सकते हैं कि मेरे क्षेत्र में कितना काम हुआ है और त्रिपाठी के क्षेत्र में कितना?’’

विवाद पर यह बोले विधायक : शिलान्यास पट्टिका पर नाम को लेकर हुए विवाद पर विधायक राकेश सिंह बघेल बोले, ‘‘यह पट्टिका 25 करोड़ की लागत से बनी दो लेन की सड़क के लिए लगाई गई थी, जिसका उद्घाटन 5 मार्च को हुआ। इस सड़क का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था, जिसमें त्रिपाठी शामिल भी नहीं हुए थे। वे अपना नाम तो चाहते हैं, लेकिन काम नहीं करते।’’ बैठक के दौरान त्रिपाठी अपने सांसद होने का रुतबा दिखा रहे थे। यूपी बीजेपी के अध्यक्ष एमएन पांडे ने बताया कि दोनों नेता लखनऊ पहुंच चुके हैं। मैं उन्हें अनुशासन के बारे में समझाने की कोशिश करूंगा। साथ ही, उन्हें उनके व्यवहार को लेकर कड़े निर्देश भी दिए जाएंगे। बता दें कि सांसद शरद त्रिपाठी यूपी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रामपति राम त्रिपाठी के बेटे हैं।