ओमप्रकाश ठाकुर
हिमाचल प्रदेश में आगामी उपचुनावों में मंडी संसदीय हलके को हॉलीलाज कांग्रेस के सुपुर्द कर कांग्रेस आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस ने 2012 से लेकर मिल रही हार को जीत में बदलने की मुहिम छेड़ दी है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस आलाकमान खामोश था लेकिन अब पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह और उनके पुत्र कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह से मुलाकात की। समझा जा रहा है कि आलाकमान प्रतिभा सिंह को मंडी संसदीय हलके से उपचुनाव में उतारने का मन बना चुका है और हॉलीलाज कांग्रेस भी लगभग तैयार है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हॉलीलाज कांग्रेस चाहती है कि उसे कांग्रेस आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस साथ देने का भरोसा दे ताकि चुनावों में वह अलग-थलग न पड़ जाए। बहरहाल, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद बीते दिनों प्रतिभा सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हुईं और उन्होंने संकट की घड़ी में साथ देने के लिए तमाम लोगों का आभार जताया। साथ ही कहा कि जिस तरह वीरभद्र सिंह के समय हॉलीलाज के दरवाजे मुश्किल में फंसे लोगों के लिए खुले रहते थे, ये अब भी पहले की तरह खुले रहेंगे और वे खुद व विक्रमादित्य सिंह भरसक कोशिश करेंगे कि लोगों की मदद की जा सके।
उधर, प्रतिभा सिंह को मंडी संसदीय हलके से टिकट देने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता व नेता लगातार मांग उठा ही रहे हंै। चूंकि मंडी संसदीय हलके में मंडी जिले के नौ विधानसभा हलके हैं और जिला मंडी जयराम ठाकुर का गृह जिला है, ऐसे में जाहिर है कि जयराम सरकार यहां पर पूरी ताकत झोंक देंगी। 2017 के विधानसभा चुनावों में मंडी जिला से भाजपा ने नौ हलकों पर कब्जा किया था व हलके पर निर्दलीय ने भी जीत हासिल की थी। वह भी भाजपा को ही समर्थन दे रहा है।
लेकिन मंडी जिला में भाजपा में दरार पड़ चुकी है। सुखराम परिवार भाजपा से बाहर हो गया है। हालांकि अनिल शर्मा भाजपा विधायक हैं लेकिन वे काम कांग्रेस का ही कर रहे हंै। जबकि मुख्यमंत्री जयराम के चुनावी हलके सिराज और जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के हलके धर्मपुर में ही ज्यादा काम होने से बाकी विधायकों की लोगों के बीच खराब स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा कांग्रेस ने भाजपा के पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा की ओर से की गई आत्महत्या के मामले की सीबीआइ जांच की मांग कर भाजपा को कठघरे में खड़़ा कर रखा है। कांग्रेस ने सरकार के कारनामों को लेकर आरोपपत्र तैयार करने का भी फैसला किया है। संभवत: एक दो दिनों में कांग्रेस की आरोपपत्र समिति की बैठक होने वाली है।
ऐसे में कांग्रेस का आकलन है कि रामपुर, जो पूर्व मुख्यमंत्री सिंह का गढ़ था, उससे हॉलीलाज कांग्रेस को अच्छी बढ़त मिल जाएगी। इसके बाद जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति से भी प्रतिभा सिंह के लिए सहानुभूति मिलेगी। कुल्लू जिले से भी कांग्रेस को अच्छे संकेत मिल रहे हंै। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस लगभग तय ही कर चुके हैं कि प्रतिभा सिंह को मंडी संसदीय हलके से उतार दिया जाए ताकि बाकी तीन विधानसभा हलकों जुब्बल कोटखाई, फतेहपुर और अर्की विधानसभा में कांग्रेस ज्यादा समय दे सके। मंडी को हॉलीलाज कांग्रेस के सुपुर्द करने से पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का साथ हॉलीलाज को मिल जाएगा। हालीलॉज और अमरिंदर सिंह के बीच नजदीकियां हो चुकी हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने तो अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा प्रियंका गांधी को किस-किस हलके में प्रचार में उतारना है, यह भी खाका तैयार कर लिया है। उधर पार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर इन दिनों मंडी के दौरे पर हैं। इन चारों उपचुनावों को लेकर खास बात यह है कि पार्टी में ज्यादा बगावत नहीं है। मंडी संसदीय हलके से कांग्रेस का कोई भी नेता इस बार प्रतिभा सिंह को हराना नहीं चाहेगा। कौल सिंह ठाकुर खुद प्रदेश की राजनीति में रहना चाहते हैं। ऐसे में वे भी पूरा साथ देते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा हॉलीलाज खेमा पूरी ताकत झोंक देगा। हॉलीलाज कांग्रेस ने इशारा भर करना है। रोहड़ू से लेकर जुब्बल कोटखाई, रामपुर और किन्नौर तक वीरभद्र समर्थक साथ देने के लिए तैयार बैठे हंै। कांग्रेस के सचिव हरिकृ ष्ण हिमराल तो कहते भी हंै कि बस उपचुनाव जल्द घोषित होने चाहिए। कांग्रेस तो तैयार बैठी ही है।