भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को नोबेल मिलने के साथ ही कोलकाता में रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी के साथ एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। अभिजीत को सोमवार (14 अक्टूबर) को एस्थर डफ्लो और मिशेल क्रेमर के साथ नोबेल के लिए चुना गया। अभिजीत कभी कोलकाता की प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी (Presidency University Kolkata) के छात्र रहे हैं। नोबेल सम्मान हासिल करने वाले वे इस यूनिवर्सिटी के दूसरे छात्र हैं। अभिजीत ने अपना बैचलर डिग्री कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज से ही 1981 में की थी। उनसे पहले अमर्त्य सेन भी यह सम्मान हासिल कर चुके हैं। यह यूनिवर्सिटी भारत के प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों में गिनी जाती है।
ऐसा रहा अभिजीत का करियरः 1983 में अभिजीत दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी चले गए। इसके बाद उन्होंने हार्वर्ड से 1988 में इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री हासिल की। तब से अब तक वे हार्वर्ड और प्रिंस्टन में पढ़ा रहे हैं। फिलहाल बनर्जी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर ऑफ इकोनॉमिक्स भी हैं। अभिजीत को डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में यह सम्मान मिला है।
अमर्त्य सेन थे पहले छात्रः प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी से पहला नोबेल सम्मान पाने वाले अमर्त्य सेन थे। उन्हें 1998 में इकोनॉमिक साइंसेज के लिए नोबेल मिला था। अमर्त्य सेन ने भी इसी यूनिवर्सिटी से 1951 में अपना ग्रैजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से 1955 में इकोनॉमिक्स में बीए किया था। बाद में यहीं से उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई भी की।
PM मोदी ने भी जताई खुशीः अभिजीत बनर्जी को यह सम्मान मिलने के साथ ही बधाइयों और शुभकामनाओं का तांता लग गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee), कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) समेत कई दिग्गज हस्तियों ने उनकी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अभिजीत बनर्जी के योगदान का पूरी दुनिया लोहा मानती है। यह भारत के लिए वास्तव में बड़ी उपलब्धि है।