राज्यसभा चुनाव के बहाने आम आदमी पार्टी (आप) में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। गड़े मुर्दे उखाड़े जा रहे हैं। एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए नए-नए विशेषण गढ़े जा रहे हैं। गोपाल राय ने कुमार विश्वास को मीर जाफर करार दिया तो कपिल मिश्रा ने राय को शकुनि बता दिया। कुमार विश्वास गोपाल राय को कटप्पा करार दे रहे हैं तो पार्टी के आइटी हेड अंकित लाल कुमार विश्वास को भल्लाल देव बता रहे हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री व आप के दिल्ली प्रभारी गोपाल राय ने गुरुवार को कुमार विश्वास पर निशाना साधते हुए उन पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार को गिराने का षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया था। इसके पहले पार्टी के स्थापना दिवस पर उन्होंने कुमार को मीर जाफर करार दिया था। राय द्वारा सरकार गिराने का षड़यंत्र रचने के आरोप के जवाब में कुमार ने शुक्रवार सुबह संवादाताओं से कहा कि सरकार और पार्टी में नौ पदों पर बैठे गोपाल राय कार्यकर्ताओं को मीर जाफर कहते हैं लेकिन वे अपनी कुंभकर्णी नींद से सात महीने बाद जागे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए विश्वास ने कहा – इस माहिष्मती की शिवगामी कोई और है। हर बार अमानत (अमानतुल्लाह खान) से लेकर यहां नए-नए कटप्पा पैदा किए जाते हैं।

पार्टी से अनुरोध है कि भाजपा और कांग्रेस से आए गुप्ताओं के योगदान का कुछ दिन आनंद लें, मेरे शव के साथ छेड़छाड़ न करे। कुमार ने राय पर कटाक्ष किया-पिछली बार बाबरपुर में रैलियां करके उनको जितवाने गया था। इस बार सुशील गुप्ता की रैली कराएं, वहां से सांसद बनें, प्रधानमंत्री बनें, किम जोंग ने विश्व को बड़ा परेशान किया है, तो लगे हाथ युनाइटेड नेशन के अध्यक्ष भी बन जाएं, विश्व में शांति आ जाएगी, काफी चीजें अंदर आई हैं उनका आनंद लें। इसके बाद आप के आइटी सेल के हेड अंकित लाल ने कुमार को भल्लाल देव बता दिया। इसके बाद कुमार समर्थक केजरीवाल को भल्लाल बताने में जुट गए।

पार्टी में एक नया मोर्चा बागी विधायक कपिल मिश्रा ने भी खोल रखा है। उन्होंने शुक्रवार को कुमार विश्वास के पक्ष में एक फोटो ट्वीट किया जिसमें अनशन कर रहे अरविंद केजरीवाल एक तख्त पर लेटे हुए हैं और कुमार विश्वास नीचे उनकी तीमारदारी में बैठे हुए हैं। इस फोटो के नीचे कपिल ने व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा है-शकुनि अवतार गोपाल राय का कहना है कि जमीन पर बैठा यह आदमी (विश्वास) तख्त पर लेटे उस आदमी (केजरीवाल) का ‘तख्त’ पलटना चाहता है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता संतोष कोली की मां राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गर्इं।

कपिल मिश्रा ने गुरुवार को ही उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने का एलान किया था। वहां उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इधर कपिल ने ट्वीट किया कि विधायक वंदना कुमारी ने फोन पर कोली को समर्थन देने का आश्वासन दिया है तो बाद में वंदना कुमारी की सफाई आई कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर मचे घमासान के बीच आम आदमी पार्टी के तीनों उम्मीदवारों सुशील गुप्ता, एनडी गुप्ता और संजय सिंह का राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना जाना तय हो गया क्योंकि उनके खिलाफ और किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। जाहिर है कि अब 16 जनवरी को चुनाव की नौबत नहीं आएगी।