राजस्थान के भरतपुर जिले में 18 साल से कम उम्र के करीब 612 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं। सभी संक्रमित बच्चों को चिकित्सा विभाग ने घर पर ही एकांतवास में रखा है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इसे कोरोना की तीसरी लहर मानकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

उधर, इस महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में बच्चों में कोरोना संक्रमण के 40 ‘गंभीर’ मामले सामने आए जिनमें से लगभग 15 बच्चे एक साल से कम उम्र के थे। संक्रमण के मामले सामने आने के बाद भरतपुर के जनाना अस्पताल से लेकर सभी बाल स्वास्थ्य केंद्रों पर तैयारियां की जा रहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 22 मई तक 612 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले थे। दो दिन में आंकड़ा और बढ़ा है, लेकिन आधिकारिक आंकड़ें अभी सामने नहीं आए हैं। भरतपुर में पिछले 22 दिन में कोरोना से 78 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। उधर महामारी की दूसरी लहर के दौरान, दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में बच्चों में कोरोना संक्रमण के 40 ‘गंभीर’ मामले सामने आए जिनमें से लगभग 15 बच्चे एक साल से कम उम्र के थे।

अस्पताल के बाल चिकित्सा विभाग की अध्यक्ष डॉ उर्मिला ने सोमवार को कहा कि महामारी की दूसरी लहर के दौरान एकत्र किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि बड़ी संख्या में बच्चों में संक्रमण नहीं फैला। इसके साथ ही उन्होंने चेताया कि इसका यह अर्थ नहीं है कि ‘तीसरी लहर में ऐसा नहीं होगा।’

डॉ झंब ने कहा, ‘कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान एक अप्रैल से अब तक अस्पताल में बच्चों के लगभग 40 ऐसे मामले सामने आए जिनमें गंभीर संक्रमण था। इनमें से लगभग 15 बच्चे एक साल से कम उम्र के थे।’

देश में कोरोना विषाणु संक्रमण के नए मामलों में लगातार तेजी से कमी दर्ज की जा रही है। सोमवार को रात साढ़े ग्यारह बजे तक 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के 1,95,442 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान 3,460 लोगों की मौत संक्रमण की वजह से हुई। देश में 15 अप्रैल के बाद कोरोना संक्रमण के मामले दो लाख से कम दर्ज किए गए हैं।