केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में गृह मंत्रालय ने घाटी में रहने वाले अलगाववादियों का असली चेहरा बेनकाब करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस कड़ी में गृह मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके मुताबिक, घाटी में स्कूली बच्चों से पत्थरबाजी कराने और आतंकियों की मौत पर स्कूल जलवाने व हड़ताल कराने वाले अलगाववादी खुद अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते हैं। रिपोर्ट की मानें तो घाटी के 112 अलगाववादियों के 220 बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं या वहीं बस चुके हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि कश्मीरियों से कुर्बानी का आह्वान करने वाले अलगाववादियों की इस सचाई से कश्मीर घाटी का एलिट क्लास काफी अच्छे से परिचित है।
अमित शाह ने पिछले हफ्ते शुरू की तैयारी: अलगाववादियों के खिलाफ इस पोल-खोल अभियान की बुनियाद गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले हफ्ते रखी थी। वहीं, जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के मुद्दे को लेकर उन्होंने संसद में 130 हुर्रियत नेताओं की डिटेल पेश की थी, जिन्होंने अपने बच्चों को हायर एजुकेशन के लिए विदेश भेजा है। बता दें कि ये वही अलगाववादी नेता हैं, जो स्कूली बच्चों को पत्थरबाजी के लिए उकसाते हैं। साथ ही, स्कूलों को जबरन बंद कराते हैं।
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जानें किसके बच्चे कहां पढ़ रहे?: गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, तहरीक-ए-हुर्रियत के चेयरमैन अशरफ सेहराई के 2 बेटे खालिद और आबिद अशरफ सऊदी अरब में काम करते हैं। दोनों वहीं बस चुके हैं। जमात-ए-इस्लामी के सदर गुलाम मुहम्मद बट का बेटा सऊदी अरब में डॉक्टर है। दुख्तरान-ए-मिल्लत की आसिया अंद्राबी के 2 बेटे विदेश में पढ़ते हैं। उनका बेटा मुहम्मद बिन कासिम मलेशिया और अहमद बिन कासिम ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहा है। सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नीलम गिलानी ने कुछ ही समय पहले पाकिस्तान में एमबीबीएस किया है।
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इन अलगाववादियों के बच्चे भी विदेश में सेटल: हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक की बहन राबिया फारूक डॉक्टर हैं और अमेरिका में बस चुकी हैं। बिलाल लोन के बेटी और दामाद लंदन में ही रह रहे हैं। बिलाल की छोटी बेटी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रही है। अलगाववादी मोहम्मद शफी रेशी का बेटा अमेरिका में पीएचडी कर रहा है तो अशरफ लाया की बेटी पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। मुस्लिम लीग के नेताओं मुहम्मद युसूफ मीर और फारूक गपतुरी की बेटियां भी पाकिस्तान में पढ़ाई कर रही हैं। डेमोक्रैटिक मूवमेंट लीडर ख्वाजा फरदौस वानी की बेटी भी पाकिस्तान में है। वहीदत-ए-इस्लामी नेता निसार हुसैन राठेर की बेटी ईरान में जॉब करती है। बताया जा रहा है कि वह ईरान में ही सेटल हो चुकी है।