समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अगर उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (पीएसपी) के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव पार्टी में वापस आएंगे तो उनका स्वागत है। कहा कि उनकी पार्टी के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले हैं, जिनको लोकतंत्र में भरोसा है। उन्होंने कहा कि हम भेदभाव नहीं करते हैं।

बीएसपी नेताओं को पार्टी में शामिल किया : लखनऊ में शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दयाराम पाल और पूर्व बीएसपी नेता मिठाई लाल भारती को समाजवादी पार्टी में शामिल करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी में लोकतंत्र है और वह 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए परिवार को बढ़ा रहे हैं।

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पार्टी में भाई-भतीजावाद को नकारा : उन्होंने कहा कि हम पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया जाता है। मेरे परिवार में कोई भाई-भतीजावाद नहीं, बल्कि लोकतंत्र है। शिवपाल के वापस लेने का निर्णय मुझे नहीं लेना है। जिन्हें जिस विचारधारा को मानना है, वे स्वतंत्र हैं। मेरे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। जो कोई भी हमारे पास आना चाहता है, वह आ सकता है। अखिलेश ने कहा कि हम यह नहीं सोचते हैं कि किसके खिलाफ क्या मामले हैं।

2022 की चुनाव की कर रहे तैयारी : उन्होंने कहा, “आज दयाराम जी और मिठाईलाल जी पार्टी में शामिल हुए। हमारे परिवार का विस्तार हो रहा है। और अगर हम अपने परिवार का विस्तार नहीं करेंगे, तो हम 2022 के चुनाव में कैसे लड़ेंगे? ” हम अपने साथ ऐसे लोगों को लेते हैं, जिन्हें लोकतंत्र और संघर्ष में भरोसा है।

शिवपाल बोले साजिश करने वाले तोड़ रहे परिवार : इससे पहले, मैनपुरी में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (पीएसपी) अध्यक्ष शिवपाल ने कहा था कि उनकी ओर से समाजवादी पार्टी में वापस जाने की संभावनाएं हैं, लेकिन “कुछ साजिशकर्ता हैं जो परिवार को एकजुट नहीं देखना चाहते हैं। वे परिवार को तोड़ने में पहले भी जुटे थे और अब भी जुटे हैं।