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झारखंड की राजनीति में सियासी हलचल लगातार तेज होते जा रही है। कुछ समय पहले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से नाता तोड़ते हुए कहा था कि वो अपनी खुद की पार्टी बनाएंगे। हालांकि, अब वो भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ने जा रहे हैं। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को भी लेकर खबर है कि वो अपनी नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं। आइए जानते हैं कौन हैं यशवंत सिन्हा? (Indian Express)
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हजारीबाग में अटल विचार मंच की बैठक हुई जिसकी अगुवाई यशवंत सिन्हा ने की। इसी बैठक में नई पार्टी के गठन को लेकर खबर है। (Indian Express)
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झारखंड में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने वाला है जिसमें यशवंत सिन्हा कुछ सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतार सकते हैं। वहीं, पार्टी के सदस्यों ने यशवंत सिन्हा से हजारीबाग विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा है। (Yashwant sinha BJP/FB)
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यशवंत सिन्हा हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार सांसद और संयुक्त बिहार में रांची विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। केंद्र में चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं। (Yashwant sinha BJP/FB)
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यशवंत सिन्हा हजारीबाग लोकसभा सीट से तीन बार (1998,1999 और 2009) सांसद और संयुक्त बिहार में रांची विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। केंद्र में चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वो वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं। (Indian Express)
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साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने हजारीबाग सीट से यशवंत सिन्ही की जगह उनके बड़े बेटे जयंत सिन्हा को चुनाव में उतारा था। यशवंत सिन्हा ने भी 2014 में बेटे के सांसद बनने के बाद राजनीति से अघोषित तौर पर रिटायरमेंट ले ली थी लेकिन 2020 में वो फिर से एक्टिव हो गए। (Yashwant sinha BJP/FB)
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बिहार के पटना में जन्में यशवंत सिन्हा पटना विश्वविद्यालय से बीए ऑनर्स (इतिहास) में स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में मास्टर किया। (Indian Express)
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यशवंत सिन्हा की गिनती देश के तेज तर्रार आईएएस अफसरों में होती थी। राजनीति में आने से पहले 24 साल तक कई महत्वपूर्ण पदों पर यशवंत सिन्हा तैनात रह चुके हैं। (Indian Express)
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यशवंत सिन्हा ने 1984 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने के बाद राजनीति की ओर रुख किया और जनता पार्टी में शामिल हो गए। 1986 में उन्हें पार्टी का अखिल भारतीय महासचिव नियुक्त किया गया और 1988 में राज्यसभा (भारतीय संसद का ऊपरी सदन) का सदस्य चुना गया। 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ तो उन्हें पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया। (Indian Express)
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myneta.info वेबसाइट की मानें तो यशवंत सिन्हा के पास 3,65,76,217 रुपये की संपत्ति है। नोएडा में उनका एक घर है जिसकी कीमत 3 करोड़ रुपये है। इसके अलावा उनके पत्नी के नाम पर झारखंड के हजारीबाग में एक कृषि भूमि है जिसकी कीमत 1.5 लाख रुपये है। (Yashwant sinha BJP/FB)
