-
मायावती के खिलाफ उनके ही दल के बागी तो कभी निष्काषित नेता कभी टिकट बेचने तो कभी पार्टी के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन एक बार उन पर विकीलीक्स ने उनकी ऐसी रिपोर्ट दी की मायावती बेहद नाराज हो गई और विरोधी दलों को उनके खिलाफ मुद्दा मिल गया।
-
दलित उत्थान और सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले के बल पर यूपी की सत्ताा पर तीन बार काबिज हो चुकी बसपा सुप्रीमो मायावती पर शाहीखर्च का आरोप भी लगा।
-
खास बात ये थे कि इन शाही खर्च में व्यक्तिगत काम के लिए सरकारी खर्च का जिक्र भी उठा था। इसे भी पढ़ें-एक शब्द सुनकर मायावती ने छोड़ दी थी आईएएस की तैयारी
-
आस्ट्रेलियन इंटरनेट एक्टिविस्ट जूलियन असांजे की वेबसाइट विकीलीक्स ने 2011 में मायावती के शाही खर्च का जो ब्यौरा दिया उससे राजनीति में बवाल खड़ा हो गया था। इसे भी पढ़ें- मायावती बनाम मैडम चीफ मिनिस्टर: सच से बेहद अलग है ये फिल्म, फिर हंगामा क्यों?
-
विकीलीक्स की रिपोर्ट में तानाशाही अंदाज में काम करने वाली मायावती ने घर से दफ्तर जाने के लिए विशेष सड़क बनवाने से लेकर पसंदीदा ब्रांड की चप्पलें मंगाने के लिए सरकारी विमान लखनऊ से मुंबई भेजने का जिक्र किया गया था।
-
विकीलीक्स के मुताबिक मायावती के करीबी IAS अफसर और उस समय के मुख्य सचिव शशांक शेखर और पार्टी नेता सतीश चंद्र मिश्रा के निर्देश पर अफसरों को मुंबई भेजकर कई बार हवाई जहाज से सैंडल मंगवाई गई थी।
-
रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री आवास में रसोइयों की फौज तैनात करने से लेकर भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए खाद्य निरीक्षक की नियुक्ति तक का जिक्र किया गया था।
-
विकीलीक्स की रिपोर्ट में कहा गया था कि मायावती की सैंडल जो एक हजार रुपये की होती थी उसे लाने में 10 लाख से ज्यादा खर्च हो जाते थे। इसे भी पढ़ें- जब बीजेपी नेता ने मायावती को कहा था अपशब्द और बीएसपी सुप्रीमो के चहेते को हो गई थी जेल
-
विकीलीक्स के इन आरोपों पर मायावती ने जूलियन अंसाजे को पागल तक कह दिया था।
-
मायावती ने कहा था कि विकीलीक्स को देश की सरकार को पागलखाने में भेज देना चाहिए नहीं, तो यूपी में आगरा का पागलखाना भी खाली है। इसे भी पढ़ें- क्या ये युवा बनेगा बीएसपी सुप्रीमो का उत्तराधिकारी?
-
(All Photos: PTI)
