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जग्गी वासुदेव जिन्हें लोग सद्गुरु के नाम से जानते हैं। उनकी सोच, विचार और व्यक्तित्व लाखों लोगों के भटके जीवन को सकारात्मक दिशा देते हैं। जग्गी वासुदेव समय समय पर हेल्थ को लेकर भी कई चीजें साझा करते हैं। (Photo: Sadhguru/FB) इन पांच लोगों को नहीं खाना चाहिए अमरूद, यह हैं साइड इफेक्ट्स
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सद्गुरु के अनुसार खाना खाने का सही तरीका पता होना बेहद जरूरी है। जो भी हम खाना खाते हैं अगर सही तरीके से नहीं खाते हैं तो वह नुकसान पहुंचा सकता है। (Photo: Sadhguru/FB)
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सद्गुरु जग्गी वासुदेव के अनुसार दिन भर में जितना भी भोजन करते हैं उसका 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा कच्चा होना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसा क्यों? (Photo: Freepik)
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1- सब्जी, फल, सूखा मेवा और अंकुरित बीज का सेवन जब कर रहे हैं तो इनमें जीवित कोशिकाएं होनी चाहिए। 40 से 50 प्रतिशत भोजन का हिस्सा जीवित होना चाहिए। (Photo: Freepik) बिना बीमारी लंबी उम्र तक जीने वाले की ऐसी होती है लाइफ? यह दस सुपरफूड्स बढ़ाते हैं उम्र
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2- सद्गुरु के अनुसार भोजन को पचाने के लिए सभी जरूरी पाचन सामग्रियां सिर्फ शरीर में ही नहीं होती हैं। भोजन में भी इसके एंजाइम होते हैं और पकाने पर ये काफी हद तक नष्ट हो जाते हैं। (Photo: Freepik)
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3- बिना एंजाइम वाला भोजन करने पर शरीर को वो हिस्सा (जो एंजाइम नष्ट हो गया है) बनाने के लिए फिर से मेहनत करनी पड़ती है। खाने के एक दो घंटे बाद ऐसा भोजन शरीर का एनर्जी लेवल कम कर सकता है। हालांकि, धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। (Photo: Freepik)
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4- सद्गुरु के अनुसार खाना ऊर्जा के लिए होता है। लेकिन इन्हें पकाकर अपने ऊर्जा को कम कर देते हैं। उनके अनुसार हम जिंदा रहने के लिए मरा हुआ खाना खा रहे हैं और चाहते हैं कि स्वस्थ रहें। (Photo: Freepik)
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5- सद्गुरु के अनुसार अगर आपके भोजन का 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा कच्चा है तो शरीर में 5 से 6 हफ्तों में बदलाव देखने को मिलने लगेगा। इससे शरीर को कई सारे लाभ मिलते हैं। कई छोटी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। (Photo: Sadhguru/FB) 6 घंटे सोने से नहीं चलने वाला है काम, हो सकती हैं ये समस्याएं